सदा सुहागन रहने के लिये करें ये उपाय
सदा सुहागन रहने के लिये करें ये उपाय
सोमवती अमावस्या के दिन धान, पान, हल्दी, सिंदूर, सुपारी, फल, मिठाई, सुहाग सामग्री, खाने की सामग्री आदि की भंवरी दी जाती है और फिर भंवरी पर अर्पित किया गया सामान किसी सुपात्र ब्राह्मण, ननद या भांजे को दे देना चाहिए। सोमवती अमावस्या के दिन जो सुहागन भंवरी करती है वह सदा सुहागन रहती है। पीपल के पेड़ में समस्त देवों का वास होता है। भंवरी करते समय श्री गणेश, मां गौरी और सोना धोबिन का पूजन करने से सुहाग भाग अखण्ड रहता है।