शरीर से ही हैं जीवन के सारे रिश्तेः प्रतिभा
हर्रैया, बस्ती। नगर पंचायत के वार्ड नंबर 13 मंगल पाण्डेय नगर भदासी में चल रहे नौ दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन बृंदावान धाम से पधारी कथा वाचिका प्रतिभा मिश्रा ने श्रोताओं को शिवपार्वती विवाह प्रसंग सुनाया। मांगलिक गीतों पर देर रात तक श्रद्धालु थिरकते रहे। कथा व्यास ने कहा कि पार्वती जी के हस्त रेखा को माता मैना ने जब महर्षि नारद को दिखाया तो नारद ने कहा कि इनका विवाह भगवान शिव के साथ होगा जिसे सुनकर मां काफी चिन्तित हुई। होनी प्रबल है समय बीता और भगवान शिव का विवाह पार्वती के साथ निश्चित हुआ।
कथा वाचिका ने भगवान शिव के श्रृंगार का वर्णन करते हुए कहा कि कानों में विच्छुओं का कुंडल और गले में सर्प का हार, मुण्डों की माला धारण करने के पश्चात नंदी बैल पर सवार होकर भगवान भोलेनाथ ससुराल के लिए निकले तो रास्ते में देखने वाले कई बच्चे डर कर अपने घरों में चले गए। उन्होने कहा कि भगवान भोलेनाथ की आरती उतारने के लिए माता मैना सामने पहुंचते ही बेहोश हो गयी। कथा वाचिका ने विवाह तथा शुक्र, शनि के भोजन की कथा श्रद्धालुओं को सुनाया। इसके बाद ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि परमात्मा को सच्चे मन से पुकारेंगे तो वह अवश्य आएंगें।
पांच वर्ष की उम्र में ध्रुव ने अपने तप के बल पर भगवान को प्राप्त किया। ध्रुव का चरित्र हम सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है। उन्होने कहा कि मनुष्य को सांसारिक मोह में नही पडना चाहिए क्योंकि जीवन के सारे रिश्ते शरीर से है और आत्मा का रिश्ता सीधे परमात्मा से है। कलाकारों द्वारा शिव विवाह के अवसर पर मांगलिक गीत प्रस्तुत किया गया जिस पर श्रोता देर रात थिरकते रहे। इस मौके पर मुख्य यजमान मयंक पाण्डेय, शशांक पाण्डेय, पूर्व प्रधान शिवनरायन पाण्डेय, सामवेद पाण्डेय, राधाशरण पाण्डेय, रामनयन पाण्डेय, सुरेन्द्र पाण्डेय, लक्ष्मी नारायण पाण्डेय, डॉ सुनील पाण्डेय, बटुकनाथ पाण्डेय, अजय निषाद, मिठाई निषाद सहित तमाम श्रोता मौजूद रहे।