150 साल पुराना है कलवारी का महेश्वर नाथ मन्दिर, यहां हर साल बढ़ जाता है शिवलिंग
कलवारी, बस्ती (दिलीप श्रीवास्तव) सावन मास में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना को श्रद्धालुओं को शिवमंदिरों में तांता लगा रहता है। श्रद्धालु जिले के कई मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। बस्ती मुख्यालय से 20 किलोमीटर लुम्बिनी दुद्धि मार्ग से डेढ़ किलोमीटर कलवारी भोयर मार्ग पर भोयर गांव में स्थित महेश्वर नाथ मन्दिर है। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि करीब 150 वर्ष पूर्व गांव के दक्षिण रामदेव लाल के बाग में झाड़ियों के बीच गांव के कुछ लोगों ने शिव लिंग को पहली बार देखा था। इसके बाद यहां श्रद्धालुओं का मेला लगने लगा। लोग पूजा अर्चना करने लगे। गांव के श्रीनारायण लाल जो कि साधू हो गए थे पूजा पाठ करने लगे।
कुछ दिन बाद बाबा भगवान दास त्यागी ने आकर पूजा पाठ शुरू किया। श्रीनारायण लाल के तीर्थ यात्रा पर जाने के बाद गांव वासियों व उस समय के प्रधान राम दुलारे के सहयोग से मंदिर निर्माण शुरू हुआ। गांव के लोगों का कहना है कि शिवलिंग हर साल ऊपर की तरफ बढ़ रहा है। यहाँ जो भी दर्शनार्थी आते हैं उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। गांव के अरविंद लाल व सन्दीप श्रीवास्तव ने मंदिर के विषय में ये सारी जानकारी दी। इस समय मन्दिर पर पूजारी के रूप में बाबा शंकर दास पूजा अर्चना कर रहे हैं।