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धर्म/आस्था

जब तक दुनिया रहेगी, मिसाल रहेगा श्रीकृष्ण, राधा का प्रेम- राधेश्याम शास्त्री

Posted on: Fri, 17, Jun 2022 8:57 PM (IST)
जब तक दुनिया रहेगी, मिसाल रहेगा श्रीकृष्ण, राधा का प्रेम- राधेश्याम शास्त्री

बस्ती, 17 जून। कुआनो नदी के अमहट घाट पर स्थित शिवमंदिर पर जीएमसी ग्रुप के एमडी संतोष पाण्डेय, कुसौरा स्थित शाम्बिका हॉस्पिटल के सीईओ अपूर्व शुक्ला के नेतृत्व में आयोजित पंच कुंडीय रूद्र महायज्ञ के सातवें दिन वैदिक आचार्य उमाकान्त एवं आचार्य विवेक त्रिपाठी ने विधि विधान से पूजन कराया।

कथा को विस्तार देते हुये राधेश्याम शास्त्री ने कहा श्री कृष्ण और राधा रानी का प्रेम संसार में हमेशा अमर रहेगा। लोग सच्चे प्रेम के उदाहरण के लिए भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी की बात करते हैं। लेकिन यह बहुत कम लोगों को पता है एक बार राधा रानी श्री कृष्ण के एक काम से इतना नाराज़ हो गई थी कि उन्होंने श्री कृष्ण को खुद को स्पर्श करने तक से मना कर दिया था। ये सत्य है, इससे जुड़ी घटना की एक निशानी आज भी गोवर्धन पर्वत की तलहटी में कृष्ण कुंड के रूप में मौज़ूद हैं। दरअसल भगवान श्री कृष्ण ने कंस के भेजे हुए अरिष्टासुर नामक असुर का वध किया था।

कथाओं के अनुसार अरिष्टासुर असुर बैल के रूप में गोकुल वासियों और श्रीकृष्ण को कष्ट देने आया था। जिसे उसे दंड देते हुए उसका वध कर दिया। असुर ने बैल का रूप धारण किया हुआ था, इसलिए राधा रानी के साथ-साथ सारी गोपियां भी श्री कृष्ण को गौ का हत्यारा मानने लगी थी। हालांकि श्री कृष्ण ने राधा रानी को समझाने का प्रयास किया, उन्होंने बैल का नहीं बल्कि असुर का वध किया है। बहुत समझाने के बाद भी जब राधा रानी नहीं मानी को श्री कृष्ण ने जो़र से अपनी ऐड़ी जमीन पर पटकी तो वहीं से जल से धारा बहने लगी।

कहा जाता इस जलधारा से एक कुंड बन गया। कथाओं के अनुसार श्री कृष्ण ने समस्त तीर्थों से कहा कि आप सभी यहां आइए। भगवान के आदेश पर सभी तीर्थ राधा रानी एवं भगवान कृष्ण के सामने उपस्थिति हो गए। और इस कुंड में प्रवेश कर गए। जिसके बाद उन्होंने इसमें स्नान कर अपने आप से बैल की हत्या का पाप उतारा। मान्यता है कि स्नान के बाद श्री कृष्ण ने जो भी जातक इस कुंड में स्नान करेगा वाले उसे एक ही बार में सभी तीर्थों में स्नान का पुण्य प्राप्त होगा। रूक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाते हुये कथाव्यास राधेश्याम शास्त्री ने कहा रूक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनने पर दाम्पत्य जीवन सुखी हो जाता है।

उन्होने पूरा प्रसंग बड़े ही मार्मिक ढंग से सुनाया। श्रोता थिरकने को मजबूर हो गये। इस अवसर पर श्रीकृष्ण राधा, रूकिम्णी विवाह की आकर्षक झांकी निकाली गयी। आयोजन को सफल बनाने में जीएमसी ग्रुप के एमडी संतोष पाण्डेय, कुसौरा स्थित शाम्बिका हॉस्पिटल के सीईओ अपूर्व शुक्ला विकास त्रिपाठी, प्रमोद पाण्डेय, वरूण शुक्ला, शुभम मिश्रा, शिवेन्द्र, अरविन्द त्रिपाठी, विरेन्द्र शुक्ला, पुष्पांग उपाध्याय, हिमांशु शुक्ला, आकाश यादव, प्रांजल उपाध्याय, राजेश उपाध्याय, मानवेन्द्र मिश्रा आदि का विशेष सहयोग रहा। सभी ने श्रद्धालुओं व अतिथियों के प्रति आभार जताया।


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