क्या डेंगू कोविड-19 के खतरे को कम करता है ?
इस समय देशभर में कारोना की तरह डेंगू के केस भी तेजी से सामने आ रहे हैं। दोनों के ही लक्षण करीब-करीब एक से हैं। ऐसे में लोगों को और सरकारी मशीनरी को भी यह पहचान करने में दिक्कत हो रही है कि वे किसकी जांच कराएं डेंगू की या कोविड-19 की? इसी तरह मलेरिया और चिकनगुनिया के केस भी सामने आने लगे हैं।
इनमें भी बुखार और सिरदर्द जैसे लक्षण कोविड-19 की तरह ही है। इस बीच, ब्राजील में हुई एक स्टडी ने डेंगू और कोरोना वायरस के संबंधों का खुलासा किया है। स्टडी में दावा किया गया है कि जिन इलाकों में डेंगू का प्रकोप ज्यादा था, वहां लोगों के शरीर में कोविड-19 से लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडी भी पाई गई है। ऐसे में यह चर्चा स्वाभाविक है कि डेंगू कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा हथियार भी बन सकता है।
अमेरिका और भारत के बाद कोविड-19 से तीसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश ब्राजील में यह स्टडी की गई। इसमें कोविड-19 के प्रसार और डेंगू के बीच संबंधों को स्थापित किया गया है। इस रिपोर्ट में दावा किया है कि डेंगू होने पर वह एक स्तर तक कोविड-19 होने के खतरे को कम करता है। आम तौर पर सितंबर के अंत तक डेंगू के केस बढ़ते हैं और अक्टूबर-नवंबर में अपने पीक पर रहते हैं। ऐसा हर साल होता है क्योंकि इन महीनों में दिन का तापमान 20 डिग्री के आसपास रहता है जो डेंगू के मच्छरों को पनपने के लिए अनुकूल है।