सही ढंग से हाथ धुलें, कई रोगों से मिलेगा छुटकारा
बस्ती, 14 अक्टूबर। कोरोना ने हर किसी को हाथों की पूर्ण स्वच्छता की अहमियत अच्छी तरह से समझा दिया है। हाथों को स्वच्छ रखकर कोरोना ही नहीं कई अन्य संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है। हाथों के जरिए मुंह व नाक के रास्ते कई बीमारी शरीर के शरीर में प्रवेश कर जाती हैं। समुदाय को इससे जागरूक करने के लिए हर साल 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंडवाशिंग डे (विश्व हाथधुलाई दिवस) मनाया जाता है।
महिला अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. तैयब अंसारी का कहना है कि शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों की होने वाली कुल मौत में लगभग 17 प्रतिशत निमोनिया और 13 प्रतिशत डायरिया के कारण होती हैं। अगर हाथों की स्वच्छता का ख्याल रखकर इस आंकड़े में कमी लाते हुए बच्चों के जीवन को बचाया जा सकता है। शुरूआती दिनों में बच्चे इन्हीं दोनों बीमारियों की चपेट में कई-कई बार आते हैं। लम्बे समय तक डायरिया की चपेट में रहने से बच्चे कुपोषण की भी जद में आ जाते हैं जो कि उनके पूरे जीवन चक्र को प्रभावित करता है । जरूरी है कि बचपन में ही हाथों की सही सफाई की आदत बच्चों में डालें और इसे उनके व्यवहार में शामिल करने की कोशिश करें।
मां ज़रूर धुले हाथ
मां बच्चे को छूने व स्तनपान कराने से पहले, खाना बनाने व खाने से पहले, खांसने-छींकने के फ़ौरन बाद, बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद और शौच के बाद साबुन-पानी से 40 सेकंड तक अच्छी तरह से हाथों को अवश्य धुलें। कोरोना से बचने के लिए बाहर से घर आने पर साबुन-पानी से पहले हाथ व पैर अच्छी तरह धुलें तभी अन्दर प्रवेश करें।
सांसों की बीमारी
सांस सम्बन्धी कई बीमारियां हाथों की सही तरीके से साफ़-सफाई न होने से पैदा होटी हैं । गले के संक्रमण का भी बहुत बड़ा कारण यह बनता है । हाथों को अच्छी तरह से धुलने के बाद लोग कपड़े से पोंछ लेते हैं जिससे उस सफाई का कोई मतलब नहीं रह जाता है ।
सुमन फार्मूले से करें हाथों की सफाई
हाथों की सही सफाई सुमन के फार्मूले से करनी चाहिए। साबुन-पानी से हाथों की सही तरीके से सफाई के छह प्रमुख चरण बताये गए हैं, जिसे सुमन विधि से समझा जा सकता है। पहले सीधा हाथ साबुन-पानी से धुलें, फिर उलटा हाथ धुलें, फिर मुठ्ठी को रगड़-रगड़कर धुलें, अंगूठे को धुलें, नाखूनों को धुलें और कलाई को अच्छी तरह से धुलें। इस विधि से हाथों की सफाई की आदत बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए और उसकी अहमियत भी समझानी चाहिए ।