• Subscribe Us

logo
28 मार्च 2024
28 मार्च 2024

विज्ञापन
मीडिया दस्तक में आप का स्वागत है।
सेहत/प्राकृतिक चिकित्सा

इनफ्लुएंजा से सावधान! साधारण फ्लू नही है ये - डा0 वी0के0 वर्मा

Posted on: Mon, 20, Mar 2023 5:09 PM (IST)
इनफ्लुएंजा से सावधान! साधारण फ्लू नही है ये - डा0 वी0के0 वर्मा

आजकल एच3एन2 इनफ्लुएंजा (भारी नज़ला) का प्रकोप चल रहा है। ज्यादातर लोग इनफ्लुएंजा से पीड़ित हैं। यह एक वायरल संक्रमण है, जो हमारे श्वसन तंत्र यानी नाक, गले और फेफड़े पर हमला करता है। इनफ्लुएंजा साधारण फ्लू से अलग होता है। साधारण फ्लू का संक्रमण कई बार अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन इनफ्लुएंजा का संक्रमण खतरनाक होता है।

यह मूलतः कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, सांस के मरीजों पर हावी होता है। इनफ्लुएंजा हमारे शरीर में नाक,आंख और मुंह के जरिए प्रवेश करता है और खांसने, छींकने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। यदि घर में कोई एक व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है, तो दूसरे लोग भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। वयस्कों की तुलना में इसके लक्षण बच्चों में ज्यादा देखने को मिलते हैं। इसके बारे में हमने बस्ती के जिला अस्पताल सेवायें दे रहे आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा से बातचीत किया। उन्होने इसके लक्षण बचाव और प्राकृतिक उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इनफ्लुएंजा के लक्षण

इनफ्लुएंजा से संक्रमित होने पर सांस लेने में मुश्किल होती है, थकान, कमजोरी महसूस होती है। नाक बहती और भरी हुई रहती है। बुखार, मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगना या पसीना आना, सिरदर्द होना, लगातार सूखी खांसी आना, गला खराब होना, आंख में दर्द होना तथा दस्त और उल्टी होना इनफ्लुएंजा के लक्षण हैं।

इन्फ्लुएंजा कैसे होता है

इन्फ्लुएंजा कर नाम उस वायरस पर पड़ा है जिसके कारण यह होता है। इस वायरस का नाम इन्फ्लुएंजा वायरस है। इस वायरस से संक्रमित लोग खांसते या छींकते हैं और यदि उनके कॉन्टेक्ट में आनेवाले लोग इन बूंदों को सांस, मुंह या आंखों के माध्यम से अपने शरीर के अंदर ले जाते हैं, तो वायरस फैलता है। खांसने या छींकने से निकली बूंदे चीजों के माध्यम से भी दूसरे व्यक्ति के शरीर में फैल सकती हैं जिससे कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चे और लोग लंबे समय तक संक्रमित रह सकते हैं।

उपचार कैसे करें

आमतौर पर, इन्फ्लुएंजा के उपचार के लिए पर्याप्त आराम और बहुत अधिक तरल पदार्थों का सेवन करने की जरूरत होती है। लेकिन अगर आपको यह इंफेक्शन गंभीर है या जटिलताओं का खतरा अधिक है, तो डॉक्टर आपको एंटीवायरल दवाईयां भी दे सकते हैं ताकि फ्लू ठीक हो सके। यह दवाईयां इस प्रकार हैं। डॉक्टर की सलाह के बिना इसे न लें। ओसेल्टामिविर, ज़नामिविर आदि। ये दवाएं आपकी बीमारी को कम कर सकती हैं और गंभीर जटिलताओं को रोकने में भी सहायक हैं। ओसेल्टामिविर एक ओरल दवा है। ज़नामविर को अस्थमा इन्हेलर के समान एक उपकरण के माध्यम से सांस द्वारा लिया जाता है। लेकिन, अगर किसी को कुछ पुरानी सांस संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा और फेफड़ों की बीमारी है तो इनका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

सावधान रहें

इन्फ्लुएंजा से संक्रमित लोगों के कान्टैक्ट में न आयें। जब भी आपको खांसी या जुकाम हो, अपने नाक को रुमाल या टिश्यू से ढंक लें। आजकल की स्थिति को देखते हुए हमेशा मास्क लगा कर रखें, खासतौर पर जब आप घर से बाहर हों। हाथों को धोने से आप रोगाणुओं से बच सकते हैं। अगर साबुन या पानी मौजूद न हो तो एल्कोहॉल बेस्ड सैनिटाइज़र का प्रयोग करें। अपने मुंह, आंख या नाक को न छुएं। जब आप किसी दूषित जगह को छूते हैं, तो रोगाणु आपके हाथों में आ जाते हैं। इसके बाद जब उसी हाथ से आप अपने आंख, मुंह या नाक को छूते हैं, तो यह हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे आप बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए, बार-बार अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं।

तरल पदार्थ लें

इन्फ्लुएंजा या कोई भी बीमारी होने पर सबसे जरूरी है कि आपके शरीर में पानी की कमी न हो। पर्याप्त पानी पी कर आपके शरीर से हानिकारक तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। पानी के अलावा आप अन्य हेल्दी तरल पदार्थ जैसे हर्बल टी या नारियल पानी आदि भी पी सकते हैं। फल-सब्जियां, साबुत अनाज ले सकते हैं।

क्या न खाएं

फुल फैट दूध या दूध से बनी चीज़ें, प्रोस्सेड फूड, कैफीन युक्त चीजें जैसे चाय या कॉफी, एल्कोहॉल, तली हुई चीजें, अधिक नमक या चीनी युक्त आहार, मसालेदार खाद्य पदार्थ नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसमें खांसी के लिए मौजूद दवाईयां फायदेमंद साबित नहीं होती हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना इसे न लें। एंटीबायोटिक्स का सेवन न करें।

घरेलू उपचार

1. एक चम्मच पिसी सोंठ में 4 दाने काली मिर्च का पाउडर मिलाकर ताजे पानी से सेवन करें। 2. 60 ग्राम अदरक, 10 ग्राम काली मिर्च, 2 ग्राम लोंग, 5 ग्राम तुलसी के बीज और 20 ग्राम गुड़ का काढ़ा बनाकर दिन में 4 बार लें। 3. 5 ग्राम राई पीसकर शहद के साथ सेवन करें। एक पोटली में थोड़ी राई रखकर बार बार सूंघते रहें। 4. एक चम्मच गाय के दूध में 1 चम्मच हल्दी डालकर पीयें, आराम मिलेगा। 5. तुलसी, मेलहटी, चिरैता, सोंठ, कटेरी की जड़, काली मिर्च और अदरक बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनाकर रात में सोने से पहले पीयें, राहत मिलेगी। 6. पानी में हींग घोलकर सूंघने से कंठ में जमा कफ और श्जेष्मा बाहर निकल जाता है और रोगी को आराम हो जाता है।

होम्योपैथी में उपचार

लक्षणानुसार एकोनाइट, बेलाडोना, एलियमसीपा, यूपेटोरियम पर्फ, नेट्रम्योर, आर्सेनिक एलबम, डलकामारा, चाइना, रसटास्क, ब्रायोनिया, यूफ्रेसिया आदि दवायें चिकित्सक की देखरेख में ली जा सकता है। इनफ्लुएजीनमं, यूपेटोरियम पर्फ, आर्सेनिंक एलबम आदि संक्रमण से पहले दी जा सकती हैं।

इक्सपर्ट परिचय

डा. वी.के. वर्मा, जिला अस्पताल बस्ती में तैनात आयुष विभाग के नोडल अधिकारी हैं। आपने करीब 35 साल के चिकित्सा अनुभवों के आधार पर लाखों रोगियों का सफल इलाज किया है। इन्होने बस्ती से फैजाबाद मार्ग पर पटेल एस.एम.एच. हॉस्पिटल एवं पैरामेडिकल कालेज, बसुआपार में डा. वी.के. वर्मा इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस सहित कई विद्यालयों की स्थापना की है। खास बात ये है कि इनके अस्पताल में दवाओं के अतिरिक्त रोगियों से कोई चार्ज नही लिया जाता। दवाओं के भुगतान में भी डा. वर्मा गरीबों, पत्रकारों, साहित्यकारों की मदद किया करते हैं। इनकी सेवाओं या परामर्श के लिये इस नम्बर पर संपर्क किया जा सकता है। मो.न. 9415163328


ब्रेकिंग न्यूज
UTTAR PRADESH - Basti: घर में आग लगाने के मामले में दोष सिद्ध होने पर अभियुक्त को 10 साल की सजा व 10 हजार का अर्थदण्ड प्रभावी पैरवी के फलस्वरूप दोषी को 10 साल की सजा, 22 हजार का अर्थदण्ड पिकअप की चपेट में आने से बाइक सवार गंभीर रूप से घायल, जिला अस्पताल रेफर पुलिस चौकी से मात्र 300 मीटर की दूरी पर चोरों ने उड़ाए जेवर पत्रकार के पितृशोक पर साथियों ने व्यक्त की शोक संवेदना बनकटी के बजहा उपकेन्द्र से 29 मार्च को बाधित रहेगी विद्युत आपूर्ति पुस्तकें सैद्धान्तिक ज्ञान देती हैं, भ्रमण व्यवहारिक- बीईओ नगरपालिका के पेंशनर्स ने मण्डलायुक्त से वार्ता के बाद स्थगित किया धरना धूमधाम से मना सेन्ट्रल एकेडमी स्कूल का 25 वां स्थापना दिवस श्रीकृष्णा मिशन हास्पिटल में स्पाइन सर्जरी कर बचाया महिला की जान DELHI - New Delhi: कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में यूपी की पहली महिला प्रत्याशी राहुल गांधी की यात्रा का असर, अग्निवीर योजना में बदलाव को राजी हुये रक्षामंत्री