सावधानी से मनायें पर्व, जोश में होश न गंवाइये
अशोक श्रीवास्तव- देशभर में होली का पर्व हर्ष और उल्लास के वातावरण में मनाया जा रहा है। हम चाहेंगे कि इस पर्व पर आपकी खुशियां कई गुना बढ़ जायें। लेकिन हम आपको सावधान भी करना चाहेंगे। दरअसल यह रंगों का त्योहार है और रंग लगाते समय लोग अक्सर सावधानियां भूल जाते हैं। ऐसा तब होता है जब आप पूरे जोश में होते हैं और होश गंवा देते हैं। बाजार में बेहद खतरनाक रंग बेंचे जा रहे हैं।
बेहतर होगा आप हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें। इसके बावजूद आप रंगों के दुष्प्रभाव से बचने के लिये इन उपायों का जरूर अपनायें। कई बार ऐसा होता है जब जरा सी चूक के कारण पर्व की खुशियां मातम में बदल जाती है और इस चूक का आजीवन अफसोस रहता है। आइये हम कुछ सावधानियों के बारे में बताते हैं जिन्हे अपनाकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
कैसे सुरक्षित रखें
होली खेलने से पहले ऑलिव ऑयल या सरसों का तेल हल्का गुनगुना करके दो-दो बूंद अपने कानों में डाल लें। उसके बाद ऊपर से रूई (कॉटन) को लगाकर कान बंद कर दें, लेकिन इतना अंदर न लगाएं कि कॉटन कान के अंदर ही चला जाए।
प्रेग्नेंट औरतें क्या करें
सिंथेटिक होली के रंगों में हानिकारक पदार्थ होते हैं। स्किन और रेस्पिरेटरी सिस्टम के अंदर जैसे ही ये जाते हैं, गंभीर रिएक्शन और एलर्जी क्रिएट करते हैं। कई बार ब्लड के जरिए भी रंग गर्भ में पहुंच जाते हैं। इससे बच्चे का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो जाता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं को रंग खेलने से बचना चाहिए। बेहतर होगा वे सिर्फ तिलक लगाकर ही होली सेलिब्रेट करें।
सावधानी बरतें
1. आरामदायक सूती कपड़े पहनें। 2. बिना फिसलन वाले जूते पहनें। 3. भांग व शराब न पिएं। 4. अपने आप को हाइड्रेट रखें। 5. रंगों से कोई एलर्जी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 6. रंग खा लिया है तो उल्टी न करें, मुंह धोकर डॉक्टर के पास जाएं। 7. पूरे शरीर पर नारियल का तेल लगाएं।
आंखों को रबचाएं
1. होली खेलते वक्त चश्मा लगाएं जिससे आंखों में रंग न जा पाए। 2. आंखों का अच्छे से ध्यान रखें, सिंथेटिक रंगों से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। 3. कॉन्टैक्ट लेंस को निकालकर होली खेलें, उसमें रंग फंस सकता है, जिससे खतरनाक केमिकल आंखों को चोट पहुंचा सकता है। 4. पानी के गुब्बारों से आंखों का बचाव करें, उससे गंभीर चोट पहुंच सकती है। इससे कॉर्नियल आंसू, दर्दनाक मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और रेटिना डिटैचमेंट हो सकता है।