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28 मार्च 2024
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गंगाराम यादव ने दी अपने जन्मदिन पर आत्मदाह की धमकी, जानिये क्यों ?

Posted on: Sun, 20, Nov 2022 4:24 PM (IST)
गंगाराम यादव ने दी अपने जन्मदिन पर आत्मदाह की धमकी, जानिये क्यों ?

बस्तीः मुण्डेरवां थाना क्षेत्र के बेहिल गांव के गंगाराम यादव ने एक बार फिर आत्मदाह की चेतावनी दिया है। गंगाराम सिस्टम से परेशान है। उसके द्वारा साक्ष्य सहित की गई तमाम शिकायतों पर कोई कार्यवाही नही हुई। यहां तक कि रिकवरी का आदेश हुआ लेकिन अफसर लीपापोती कर दोषियों को संरक्षण देते रहे। यह पहला मौका नही जब गंगाराम ने आत्मदाह की डेडलाइन दिया है।

इससे पहले वह कलेक्ट्रेट पर आत्मदाह की कोशिश कर चुका है। क्या जिला प्रशासन आत्मदाह से पहले ठोस कदम नही उठा सकता ? गंगाराम के मुताबिक अफसरों ने जांच में लीपापोती कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है जिससे जनता की गाढ़ी कमाई बंदरबांट में जा रही है। अफसरों ने महिला को पुरूष, पुरूष को महिला बताकर भ्रामक रिपोर्ट तैयार किया। प्रधान ने पीएम आवासों में 18 हजार रूपये वसूला है, गांव के लोग स्पष्ट गवाही दे रहे हैं लेकिन अधिकारियों की नजर में सब कुछ ठीक है। करोड़ों खर्च करने के बावजूद पेयजल योजना ध्वस्त हो चुकी है।

ग्रामीणों को एक बूंद पानी नही मिल रहा है। जॉब कार्ड के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। 457 में 212 कार्ड फर्जी मिले हैं, लेकिन भ्रष्टाचारियों को कोई सजा नही मिली। गांव में बगैर कार्य योजना के काम हो रहा है। रिश्वत न देने के कारण गांव के कई लोगों को आवास नही नसीब हुआ। मुण्डेरवां रोड से बेहिलनाथ मंदिर जाने वाले रास्ते पर मनरेगा के तहत मिट्टी पटाई का काम केवल दो मजदूर कर रहे हैं, जॉब कार्ड दर्जनों मजदूरों का लगाकर भुगतान लिया जायेगा। हैंडपंप रिबोर व मरम्मत के नाम पर लाखों रूपये का बंदरबांट हुआ है। वैसे तो बेहिल ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार की फेहरिस्त लम्बी है, फिर भी हम सिलसिलेवार उन मामलों को उजागर कर रहे हैं जिस पर परदा डालने में जिम्मेदारों ने कोई कसर नही छोड़ा है।

(01) गंगाराम ने 6 अक्टूबर 2021 को जिलाधिकारी से पोस्ट द्वारा मनरेगा के तहत बने सैकड़ों जॉबकार्डों की जांच करवाने की मांग शपथ पत्र पर किया था। आरोप है कि अनेकों फर्जी कार्ड बनवाकर ग्राम प्रधान सरकारी धन से अपनी जेब गरम कर रहा है। शिकायत के समय गांव में कुल 457 जॉब कार्ड थे। वर्तमान में 245 बचे हैं। जांच में 212 कार्ड फर्जी पाये गये, लेकिन इन कार्डों पर निकाली गई मजदूरी की रिकवरी नही कराई गयी। लीपापोती कर मामले को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया। एक घर में तीन चार आईडी होने के बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई।

(02) जॉब कार्ड में फर्जीवाड़े को लेकर गंगाराम ने 20 जुलाई 2022 को मनरेगा लोकपाल से शपथ पत्र पर शिकायत किया। लोकपाल अब तक 3 बार डेट दे चुके हैं। उन्हे इस मामले में अभी तक जांच करने की फुर्सत नही मिली। शायद शिकायतकर्ता के आत्मदाह की तारीख का इंतजार कर रहे हैं।

(03) ग्राम पंचायत में लगे इंडिया मार्का हैंड पंप को रिबोर और मरम्मत कराने के नाम पर 7.5 लाख रूपया निकाल लिया गया। मरम्मत केवल 3-4 हैंडपंप का कराया गया। बाकी पैसा ग्राम प्रधान ने डकार लिया। इसम मामले में जिलाधिकारी से 28 अक्टूबर 2022 को शिकायत की गई, जांच डीपीआरओ को मिली। यह जांच भी ठंडे बस्ते में डाल दी गयी।

(04) ग्राम पेयजल योजना के तहत ग्राम पंचायत को शासन से 1.70 लाख रूपया दिया गया, 15 महीने से ग्रामीणों को एक बूंद पानी नही नसीब हुआ। घटिया पाइप बिछाने तथा से जगह जगह लीकेज हो जाता है जिससे सरकार की महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचारी सिस्टम की भेंट चढ़ गयी। इस ग्राम पंचायत में बने वाटर हेड टैंक से 3 ग्राम पंचायतों में जलापूर्ति की जानी थी। सभी ग्राम पंचायतों में पाइप लाइन भी नही बिछाई गयी। डीएम ने डीपीआरओ, बीडीओ से रिपोर्ट मांगा है लेकिन जांच के लिये किसी को समय नही मिला।

(05) ग्राम पंचायत में बेहिल पिच रोड से कुंवर साहब के घर तक, रामजगत के घर से केदार के घर तक, हटवा पिच रोड से सरकारी नलकूप तक, बिछाये गये खड़न्जे में मानकों के अनदेखी की शिकायत 18 सितम्बर 2019 को की गई थी। लीपापोती करते हुये 22,200 रूपये की रिकवरी निकाली गई। आज तक डीपीआरओ ने रिकवरी नही कराई जबकि सीडीओ का स्पष्ट आदेश है।

ग्राम पंचायत में अनेकों भ्रष्टाचार हैं। गंगाराम समय समय पर इसके खिलाफ जांच की मांग करते रहे। अफसर लीपापोती कर जांच को गुमराह करते रहे। उन्होने डीएम को 50 से अधिक बार ट्वीट किया, कई बार बात करने का प्रयास किया, कई बार मिलने गया, सारे प्रयास बेनतीजा रहे, और भ्रष्टाचार फलता फूलता रहा। गंगाराम इससे पहले 25 जुलाई 2017 को कलेक्ट्रेट पर गांव में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा हटाने को लेकर की गई शिकायतों की अनदेखी से नाराज होकर आत्मदाह की कोशिश कर चुका है। एक बार फिर सिस्टम से आजिज आकर उसने ये खौफनाक कदम उठाने की धमकी दी है। गंगाराम ने कहा है कि उसके साथ कोई घटना घटती है तो सीधे तौर पर डीएम इसकी जिम्मेदार होंगी।


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