आस्था के सागर में उमड़ा जनभावनाओं का सैलाब
सिलीगुड़ी (पवन शुक्ल) सूर्य उपासना का पर्व छठ आज अस्ताचल गामी सूर्य के अर्घ्य के सात परवान चढ़ गया। मूलतः बिहार से शुरु हुए इस पर्व का महत्व आज भारत समेत दुनिया के कुछ देशों में भी मनाया जा रहा है। नहाय-खाय, खरना से शुरुआत होने वाले छठ पर्व को आज अस्ताचलगामी सूर्य के अर्घ्य में आज सिलीगुड़ी के विभिन्न घाटो पर आस्था के सागर में जनभावनाओं का सैलाब उमड़ पडा। सिलीगुड़ी के महानंदा तट पर चहुंओर छठ के गीतों की गूंज और अपने छठ घाट को बेहतर बनाने की होड मे पूरा हिंदी भाषी समाज पिछले कई दिनों से जी तोड मेहनत कर रहा था। महानंदा तट के लाल निरंजन घाट, व संतोषीनगर, प्रधाननगर, सालूगाढ़ा समेत पूरे सिलीगुड़ी में छठ महापर्व की आस्था में डूबा नजर आया। वही दार्जिलिंग, सिक्किम, रंगपो, गंगटोक, जलपाईगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में छठ की धूम रही। जबकि बंगाल की राजधानी कोलकाता मे भी सागर समेत विभिन्न जगहों पर छठ पर्व को धूमधाम से मनाया जा रहा है। ऊधर असम की राजधानी गुवाहटी में भी ब्रह्मपुत्र के पावन तट पर छठ महापर्व की घूम है। बुधवार को उगते सुर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रती महिलायें अपना व्रत तोड़ेंगी।