दबे, कुचलों की आवाज बनेगा आज का आतंक
बस्तीः पिछड़े, दबे कुचलों की आवाज बनकर उन्हे न्याय दिलाना ही सच्ची पत्रकारिता है। वर्तमान समय में पत्रकारिता कठिन दौर से गुजर रही है फिर भी साक्ष्यों के आधार पर निर्भिक पत्रकारिता की जरूरत है। उक्त बातें वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चन्द्र पाण्डेय ने कही। वे हिन्दी दैनिक ‘आज का आतंक’ के गनेशपुर क्षेत्रिय कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होने कहा ऐसी बहुत सारी समस्यायें है जो किन्ही कारणो से प्रकाश में नही आ पाती ‘आज का आतंक’ जनता की आवाज बने यही हमारी शुभकामनायें हैं। प्रेसक्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय ने कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होने कहा कि आज का आतंक भारत सरकार से मान्यता प्राप्त कर नयी उॅचाईयों को छूने के लिए अग्रसर है। कार्यक्रम को पत्रकार दिनेश सिंह, सुरेन्द्र नाथ द्विवेदी, दिनेश प्रसाद मिश्र, ओम प्रकाश पाण्डेय, बलराम चौबे, जमील अहमद नें सम्बोधित किया। समाचार पत्र के के सम्पादक दिलीप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि निष्पक्ष खबरों को लेकर यह समाचार माध्यम सदैव गम्भीर रहा है और आगे भी गुणवत्ता बनाये रखने के लिए प्रयास करता रहेगा।