बैसिंह गौशाला में बेमौत पर मर रहे गो वंश, कहां गयी भक्तों की संवेदनायें ?
अयोध्या (प्रभाकर चौरसिया) हजारों करोड़ रूपया खर्च करने के बाद गो वंशों की ये हालत देखकर हर हिंदू को रोना आयेगा। लेकिन हिन्दुत्व और गोवंशों की रक्षा का ढकोसला करने वाली सरकार की आखें नही खुल रही हैं। इससे पहले भी मीडिया दस्तक ने बदहाल गौशालाओं की तस्वीरें और वीडियो दिखाया है लेकिन हाय रे सरकार, सिर्फ दिखावेपन और झूठे वादों से जनता का पेट भरा जा रहा है। देश का कोई भी पशुपालक शायद इस हाल में पशुओं को रखता होगा। पशुओं के बैठने की जगह पर गीला या कीचड़ न हो इसके पशुपालक हमेशा चिंतित रहता है। उनके नीचे राख या पराली डालकर जगह को सुखा देते थे। लेकिन इन तस्वीरों में देखिये यहां कीचड़ में फंसे गोवंश बेमौत मर रहे हैं। एक बार जो फंसा अपने दम पर नही निकल पा रहा है, कई गोवंशों की तो मौत हो गयी। अयोध्या के इस बैसिंह गौशाला में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पौने नौ करोड़ रूपया लगाया है लेकिन यह पशुओं के लिये शमशान घाट बनता नजर आ रहा है। यहां जिम्मेदार अफसरों की संवेदनायें मर गयी हैं, जिसकी कीमत गोवंशों को जान देकर चुकानी पड़ रही है।
इससे अच्छा तो तब था जब पशु खुले में घूमते थे, सब्जी के ठेलों, कूड़ों के ढेर और किसानों की फसलों में अपना निवाला ढूढ़ लेते थे, बेंशक उन्हे लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ता था, तिरस्कार सहना पड़ता था। लेकिन इसके बदले वे आजाद रहते थे और उनकी असमय मौत उनका पीछा नही करती थी। मीडिया दस्तक के कैमरे में गोवंशो की ऐसी दुर्दशा पहली बार नही कैद हुई है। जनवरी महीने में भी यहां गोवंश ताबड़तोड़ मर रहे थे। हमने प्रमुखता से समाचार दिखाया था। अयोध्या के संत मुख्यमंत्री से मिले थे, भरोसा दिलाया गया था जांच कर कार्यवाही की जायेगी। नतीजा सिफर रहा और संवेदनहीनता कायम रही।