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दुष्कर्म मामले में निर्दोष को उठा ले गई दिल्ली पुलिस, तिहाड़ जेल में यातनायें सहकर आया है पीड़ित, आजाद घूम रहे असल आरोपी

Posted on: Thu, 23, Jun 2022 4:23 PM (IST)
दुष्कर्म मामले में निर्दोष को उठा ले गई दिल्ली पुलिस, तिहाड़ जेल में यातनायें सहकर आया है पीड़ित, आजाद घूम रहे असल आरोपी

बस्ती, 23 जून। दिल्ली के प्रेमनगर में बस्ती के कलवारी थाना क्षेत्र की चनगहिया निवासी एक नाबालिग संग साल 2019 में हुये दुष्कर्म के मामले में आरोपियों ने पुलिस को गुमराह कर कलवारी थाना क्षेत्र के पकरिया डांड़ निवासी सोहन (30) पुत्र शिवपूजन को फंसा दिया। बगैर अपराध किये सोहन दिल्ली के तिहाड़ जेल में करीब डेढ़ माह तक बंद था। परिजनों से बड़र मशक्कत के बाद जमानत पर उसे रि कराया।

दिल्ली के प्रेमनगर थाने में 2019 में दर्ज दुष्कर्म के मामले में अम्बेडकरनगर जिले के दौलतपुर बसखारी का रहने वाला चन्द्रभान इन्द्रभान पुत्रगण रामबुझारत और नगर थाना क्षेत्र की भरविलया नरसिंहापार की चन्द्रकला पत्नी संदीप यादव तथा कलवारी थाना क्षेत्र के भगवंतुपर का रहने वाला शिवकुमार पुत्र सुबाष यादव आरोपी हैं। 14 अप्रैल को दिल्ली पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिये पहुंची। लेकिन आरोपियों ने पुलिस से सांठगांठ करके गिरफ्तारी से बचने के लिये एक सोची समझी साजिश के तहत निर्दोष सोहन को गिरफ्तार करवा दिया। 14 अप्रैल की रात शिवकुमार, चन्द्रभान जरूरी काम बताकर सोहन को ले गये और फैजाबाद ले जाकर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया।

सोहन चरकैला निवासी विजय कुमार के यहां हरवाही करते थे, दिल्ली पुलिस ने फोन करके विजय कुमार को फैजाबाद बुलाया, एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिया कहा अभी सोहन को छोड़ देंगे। विजय कुमार कहते रहे कि सोहन को सम्बन्धित दुष्कर्म के मामले से कोई लेना देना है। वह निर्दोष है और आरोपियों ने एक गंभीर साजिश रचकर सोहन को गिरफ्तार करवा दिया। पूरे मामले में मानवाधिकार का घेर उल्लंघन हुआ पुलिस ने आरोपियों संग मिलकर एक निर्दोष को तरह तरह की यातनायें सहने पर मजबूर कर दिया।

पीड़ित सोहन न्याय के लिये दर दर की ठोकरें खा रहा है, हर चौखट पर उसका एक ही सवाल है, आखिर उसका दोष क्या था जिसके कारण डेढ़ महीने तक तिहाड़ जेल में रहना पड़ा। पीड़ित के मुताबिक वह न्याय के लिये जिलाधिकारी बसती, पुलिस अधीक्षक, मानवाधिकारी आयोग, पिछड़ा वर्ग आयोग, पुलिस महानिदेशक उ.प्र., मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुका है। लेकिन कहीं से न्याय नही मिला। पूरा मामला बस्ती पुलिस के सज्ञान में होने के बावजूद न्याय की कोई उम्मीद नही दिख रही है। मजबूर होकर मीडिया से अपना दर्द साझा कर पीड़ित सोहन ने न्याय की गुहार लगाया है।




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