आपरेशन कर निकाली, विश्व की चौथी सबसे बड़ी पथरी
भरुच, गुजरातः (बीके पाण्डेय) भरुच के चिकित्सक ने देडियापाडा के वृध्द को विश्व की चौथी बड़ी नारियल के आकार वाली पथरी के दर्द से छुटकारा प्रदान करने का काम किया। आदिवासी वृध्द के मूत्राशय में पिछले पंद्रह बीस साल से पत्थर बनी पथरी को देखकर चिकित्सक भी दंग रह गये। खेत मजदूरी कर नर्मदा जिले के देडियापाडा कस्बे के 62 वर्षीय वृध्द मोतीसिंह के शरीर में बीस साल से पथरी विकसित चल रही थी।
पिछले चार माह से वृध्द को 640 ग्राम की पथरी की वजह से काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। पथरी के निदान के लिए आदिवासी वृध्द भरुच में स्थित झील अस्पताल के चिकित्सक के डाँ जयंती बसावा के पास आया था। मोती सिंह के मूत्राशय का सफल आपरेशन कर चिकित्सकों ने 640 ग्राम वजन की 4 इंच लंबाई व 3 इंच चौड़ाई वाली नारिएल आकार की पथरी को निकालने में सफलता हासिल की।
सबसे बड़ी पथरी
देश में सबसे बड़ी पथरी धरमपुर में वर्ष 2018 में एक मरीज के शरीर में से 1365 ग्राम की निकाली गई थी। इसे लिम्का बुक आँफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान मिला था। इसके पहले कश्मीर में से एक मरीज के शरीर में से 843 ग्राम की पथरी निकाली गई थी। विश्व में अभी तक 1900 ग्राम यानि की लगभग दो किलो के करीब बड़ी पथरी ब्राजील में से एक मरीज का आपरेशन कर निकाली गई थी। झील अस्पताल के चिकित्सक डाँ जयंती बसावा ने ही भरुच में वर्ष 1992 में पहली बार 310 ग्राम की पथरी एक मरीज के शरीर में से बाहर निकाली थी।