गोरखपुर में जलजमाव बनी समस्या, सीएम की फटकार के बाद डीएम ने संभाला मोर्चा
गोरखपुरः सीएम के शहर गोरखपुर जलजमाव एक बड़ी समस्या बन गयी है। गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर से लेकर डीएम तक को जमकर फटकार लगाई। रविवार को सुबह ही कई जगहों पर नागरिकों के प्रदर्शन के बाद रविवार की देर रात डीएम विजय किरन आनंद ने शहर के मोहल्लों में पहुंचकर मोर्चा संभाला।
डीएम ने मेडिकल रोड पर जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया। भेड़ियागढ़ में लोगों ने दर्द बयां करते हुए कहा कि घर ही नहीं टॉयलेट में भी बारिश का पानी है। टॉयलेट में भी दिक्कत है। वहीं, स्थानीय पार्षद अजय यादव के साथ स्थानीय लोगों ने अपना दर्द बयां किया। स्थानीय नागरिक गोविंद सिन्हा ने डीएम से कहा कि नगर निगम का पंप तो खड़ा कर दिया गया लेकिन डीजल के अभाव में एक मिनट भी नहीं चला। नागरिकों ने डीएम को बताया कि पिछले 50 दिन से जलभराव से जिंदगी नारकीय हो गई है।
डीएम ने लोगों को आश्वासन दिया कि पीडब्ल्यूडी का नाला मानक के अनुसार बनेगा। इसके साथ ही डूडा और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के घटिया काम की जांच भी होगी। वहीं नगर आयुक्त अविनाश सिंह भी रविवार को पूरे दिन सक्रिय दिखे। नगर आयुक्त पार्षद राजेश तिवारी, बृजेश सिंह छोटू, राजेन्द्र तिवारी और आलोक सिंह विशेन के साथ जलभराव वाले इलाकों का निरीक्षण किया। नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न मोहल्लों में 300 से अधिक पंप से पानी निकासी किये जाने का दावा किया जा रहा है। वहीं निचले इलाकों में सक्शन मशीन से जल निकासी कराई जा रही है।
जलभराव वाले इलाकों के नागरिकों को लिए 13 रैन बसेरों को तैयार किया गया है। इसके साथ ही कई इलाकों में पीने के पानी की व्यवस्था जलकल के टैंकर से हो रही है। वहीं 11 स्थाई रेगूलेटर पर इलेक्ट्रिक एवं डीजल के 57 पम्पों से पानी की निकासी हो रही है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर में जलभराव को लेकर तंज कसा था। कहा सीएम से गोरखपुर नहीं संभल रहा तो प्रदेश क्या संभलेगा। गोरखपुर में नागरिकों ने भी नगर निगम के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था।