कोरोना काल में रूपया किसी काम का नहीं, हाइवे से रूपया उड़ाकर आत्महत्या की कोशिश
भरुच, गुजरातः (बीके पाण्डेय) कोरोना के सामने रुपया किसी काम का नही है, मुझे जिंदा नही रहना है, मर जाना है, जोर जोर से कहते हुए एक अधेड़ ने अंकलेश्वर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित वालिया ओवरब्रिज से रुपया उड़ाकर आत्महत्या का प्रयास किया। आसपास के लोगो ने सर्तकता दिखाते हुए अधेड़ को आत्महत्या करने से किसी तरह से रोक लिया। घटना की जानकारी पाते ही स्थल पर पुलिस भी आ गई थी।
पुलिस ने अधेड़ के घर वालों से जब पूछताछ की तो पता चला कि कोरोना काल में अधेड़ ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था। देडियापाडा तहसील के झांख गांव के रहने वाले सत्तर वर्षीय अधेड़ विजय बसावा ने सत्तर किमी दूर अंकलेश्वर आकर आत्महत्या का प्रयास किया। वह वालिया ओवरब्रिज पर आया व अचानक रुपया उड़ाने लगा जिसे देखकर लोग हतप्रद हो गये थे। अधेड़ पुल पर से छलांग लगाने का प्रयास करने जा रहा था।
तभी पुल पर से जा रहे लोगो ने उसे किसी तरह से बचाने में सफलता हासिल की। अधेड़ ने पुल पर से लगभग दस दजार रुपया नीचे उड़ाया था जिसे पुल के नीचे खड़े लोग लूंट रहे थे। स्थल पर आई पुलिस ने विजय बसावा के पास मौजूद दो मोबाईल जो डिस्चार्ज था को चार्ज कर उसके घरवालों से बात की व उसे परिवार के लोगो के हवाले किया। परिवार के लोगो ने पुलिस को बताया कि कोरोना काल से ही वह मानसिक रुप से अस्वस्थ चल रहे थे। घर से भी बिना किसी को बताए बिना वह चले गये थे।