कर्ज के बोझ तले परिजनों ने मौत को गले लगाया
नेशनल डेस्कः छत्तीसगढ़ के दुर्ग में शनिवार को एक ही परिवार के 5 लोगों के शव मिले हैं। पिता पुत्र की लाश एक ही रस्सी से लटकती मिली। वहीं मां और दो बेटियों के जले हुए शव घर से करीब 50 मीटर की दूरी पर पैरावट में जले हुए मिले हैं। आशंका जताई जा रही है कि महिला और दोनों बेटियों की हत्या के बाद पिता-पुत्र ने खुदकुशी की है। मामला पाटन थाना क्षेत्र के गांव बठेना का है।
रामबृज गायकवाड़ (52) गांव से कुछ दूरी पर बाड़ी में ही मकान बनाकर परिवार के साथ रह रहा था। घर में उसकी पत्नी जानकी बाई (45), बेटा संजू (25) और बेटियां ज्योति (22) और दुर्गा (28) थे। शनिवार को रामबृज के भाई ने उनके तीनों मोबाइल नंबर पर कॉल लगाया लेकिन सभी स्विच ऑफ थे। इस पर उसने गांव में ही रामबृज के दोस्त लखन वर्मा को बताया और देखकर आने के लिए कहा। लखन दोपहर करीब 2.30 बजे घर पहुंचा तो पिता-पुत्र का शव लटका था। पुलिस ने दोनों के शवों को नीचे उतारा। इस बीच किसी ने बताया कि पैरावट में भी शव पड़े हुए हैं। पुलिस वहां पहुंची तो तीन महिलाओं के जले हुए शव मिले।
उनकी शिनाख्त रामबृज की पत्नी और बेटियों के रूप में हुई है। घटना देर रात के बाद की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि रामबृज के ऊपर कई लोगों का कर्ज था। इसके चलते लेनदार परेशान कर रहे थे। पुलिस को आशंका है कि कर्ज से परेशान होकर ही रामबृज और उसके बेटे ने तीनों की हत्या की होगी और फिर खुद भी फंदा लगाकर जान दे दी। हालांकि महिलाओं की हत्या कैसे की गई है, इस संबंध में अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज रही है। उसकी रिपोर्ट आने पर ही महिला और युवतियों की मौत को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। सरपंच दुष्यंत वर्मा ने बताया कि पिता और पुत्र दोनों ही के शव घर में बनी छानी से लटक रहे थे।