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25 अप्रैल 2024
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Uttar pradesh

जानिये कितना बन चुका है राममंदिर

Posted on: Fri, 17, Sep 2021 10:14 AM (IST)
जानिये कितना बन चुका है राममंदिर

अयोंध्या (प्रभाकर चौरसिया) 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद 5 अगस्त 2020 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। भूमि पूजन के बाद भगवान राम लला अस्थाई मंदिर में विराजमान है तो वही मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ चल रहा है। आज हम आपको वह तस्वीर दिखाएंगे जहां भगवान राम लल्ला विराजमान थे। यहीं पर श्री राम का मंदिर का निर्माण चल रहा है। मंदिर निर्माण कार्य में नींव की भराई का कार्य पूरा कर लिया गया है। भराई के कार्य में 48 लेयर का काम किया गया है।

अब मिर्जापुर के रेडस्टोन लगाए जाएंगे। 500 वर्षों का जो सपना था राम भक्तों का पह पूरा होता दिख रहा है। मंदिर निर्माण कार्य 24 घंटे किया जा रहा है। 12 घंटे की दो शिफ्ट लगाई गई है जिससे कि 2023 में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए। इसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से लगातार मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति के साथ कर रहा है। महासचिव चंपत राय ने कहा 12 मीटर मोटी एक चट्टान जमीन कि नीचे ढाली गई है।

इस चट्टान को ढालने में 6 महीने का समय लगा हुआ है इसके बाद दृश्य बदल जाएगा। इसलिए पहला फेस दिखाने का प्रयास किया है। वर्षा अगर नहीं होती तो शायद ज्यादा अच्छा होता। ढलाई के ऊपर डेढ़ मीटर मोटी एक दूसरी चट्टान आएगी जो पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत होगी। डेढ़ मीटर मोटी वह दूसरी चट्टान उसके लिए टेक्निकल शब्द है राफ्ट। उस राफ्ट के बाद पत्थरों का फिटिंग शुरू होगा और मंदिर का प्लिंथ तैयार होगा।

वह प्लिंथ ग्रेनाइट और मिर्जापुर के पत्थर से बनेगा। लगभग 30,000 पत्थर एक के ऊपर एक रखकर प्लिंथ को 16 फीट की ऊंचाई दी जाएगी। यह कार्य तेज गति के साथ चलने के कारण सितंबर तक पूरा हो गया है। रास्ते में एक जाली लगाई गई है उस जाली से पूरी तरह से साफ दिखता है कि मंदिर का निर्माण कार्य किस तरह से चल रहा है। डेढ़ मीटर की एक मोटी चट्टान बनाई जाएगी और उसके बाद पत्थरों से प्लिंथ की ऊंचाई 16 घन फिट का 30,000 पत्थर लगेंगे वह पूरी प्लिंथ ऊंची हो जाएगी उसके बाद पत्थरों का निर्माण होगा।




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