60 दिन, 300 हादसे, 151 मौतें, कब जागेंगे आप ?
बिजनौर, उ.प्र. (फैसल खान) बिजनौर जिले में नवम्बर माह में चलाये गये सड़क सुरक्षा माह का लोगों पर कोई असर नही हुआ। सड़क हादसे कम होने की बजाय और बढ़ गये। ताबड़तोड़ चालानों और तमाम जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद नागरिक अपनी जिम्मेउारी नहीं समझ रहे हैं। नतीजा ये है कि लोगों को असमय जिंदगी से हाथ धोना पड़ रहा है। बिजनौर में हुये हादसों और इसमें मरने वालों की संख्या हैरान करने वाली है।
यहां 15 अक्टूबर से अब तक हुये 300 से ज्यादा हादसों में कुल 151 लोगों की मौत हो चुकी है। कई सड़क हादसों में देखा गया कि लोग हेलमेट, सीट बेल्ट का प्रयोग करते तो शायद उनकी जांन बंच सकती थी। लोग यातायात नियमों का पालन करें, सीट बेल्ट और हेलमेट लगाये, वाहन चलाते वक्त मोबाइल पर बात न करें तो सड़क हादसे काफी कम हो सकते हैं। लेकिन जो इसका ध्यान नही देते ऐसे लोगों को अपने परिवार की बिलकुल फिक्र नही होती।
ये आंकड़े पेश करने का मतलब आपको भयभीत करना नही है बल्कि आपको जिम्मेदारी का अहसास कराना है कि आप अपनी वैल्यू समझें, अपने न होने पर परिवार पर आई आपदा के बारे में सोचें और थोड़ी सी सावधानी अपनायें जिससे अपना और परिवार के सपने पूरा करने का आपको अवसर मिले। वीडियो दिखाने के माध्यम से निवेदन है कि आप पुलिस के चालान का या फिर हादसे का इंतजार न करें, आज से ही यातायात नियमों का पालन करना शुरू कर दें।