देश के सबसे बड़े होलसेल कपड़ा मंडी में छायी मंदी
सूरतः जीएसटी लागू होने के बाद व्यापार आधा हो गया है। व्यापार में आयी मंदी को छिपाकर झूठा प्रचार किया जा रहा है कि जीएसटी का व्यापार पर कोई असर नही है। सच्चाई ये है कि कपड़ा कारोबार में भारी गिरावट आने लगी है। अब यहां से रोजाना 400 ट्रकों की बजाए 80 ट्रक माल ही बाहर जा रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि पिछले 11 महीने में सबसे ज्यादा मंदी इस वक्त है। वैसे तो हर साल जून-जुलाई माह में कपड़ा कारोबार सुस्त रहता है, लेकिन इस बार मार्केट काफी डाउन है। अब केवल 70-80 ट्रक माल ही बाहर जा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से सूरत से कपड़ा भर कर अन्य राज्यों में 70 से 80 ट्रक ही जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है।
अधिक मास, शादी का सीजन और रमजान का सीजन खत्म होने से कपड़ा बाजार पर यह असर देखा जा रहा है। बाजार में दिनभर सन्नाटा पसरा रहता है। बाहर से व्यापारी खरीदी के लिए नहीं आ रहे हैं। कपड़ा व्यापारी दिनेश कटारिया ने बताया कि कई दुकानदार 7 बजे से ही दुकान बंद कर घर लौटने लगे हैं।अधिक मास, शादी का सीजन और रमजान का सीजन खत्म होने से कपड़ा बाजार पर यह असर देखा जा रहा है।