पत्रकार और उनके दोस्त की संदिग्ध मौत, जिंदा जलाकर मारने का आरोप
लखनऊः यूपी के बलरामपुर में शुक्रवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में पत्रकार राकेश निर्भीक और उनके दोस्त पिण्टू साहू बुरी तरह झुलस गये। हादसे से पहले पत्रकार ने वीडियो वायरल कर जलाकर मारने का आरोप लगाया था। पुलिस पूर्व प्रधान समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना से पत्रकारों में आक्रोश है।
पुलिस ने बताया कि मामले में रवि चौहान, राम सूरत पूर्व प्रधान और बाबू मिश्रा को हिरासत में लिया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। मृतकों की पहचान पत्रकार राकेश सिंह और पिंटू के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, कोतवाली देहात क्षेत्र के कलवारी गांव में रहने वाले पत्रकार राकेश अपने किराए के मकान में सो रहे थे। इस दौरान कमरे में दूसरे बिस्तर पर राकेश के साथी पिंटू सो रहे थे। राकेश की पत्नी और बच्चे दो दिन पहले घरेलू झगड़े के चलते किसी रिश्तेदार के घर चले गए थे। शुक्रवार की रात राकेश के घर में तेज धमाका हुआ जिससे घर के दाएं तरफ की दीवार गिर गयी।
आग से घर के अंदर सो रहे राकेश और पिंटू बूरी तरह झुलस गए थे जबकि सारा सामान जल चुका था। आग की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राकेश और पिंटू को हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने पिंटू को मृत घोषित कर दिया जबकि 90 प्रतिशत झुलसे राकेश को लखनऊ रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान सिविल हॉस्पिटल में उनकी भी मौत हो गयी। झुलसने के बाद हॉस्पिटल पहुंचे पत्रकार राकेश ने अपने आखिरी बयान में बताया कि रात को घर में 10 से 15 लोग घुस गए थे। उन्होंने ही घटना को अंजाम दिया है। मामले को लेकर एसपी देव रंजन वर्मा ने बताया कि पत्रकार राकेश सिंह राष्ट्रीय स्वरूप अखबार में काम करते थे और यूट्यूब पर स्वतंत्र पत्रकारिता भी करते थे।