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कृषि/बागवानी

जानिये ककड़ी के क्या क्या हैं फायदे

Posted on: Tue, 05, Jun 2018 12:29 PM (IST)
जानिये ककड़ी के क्या क्या हैं फायदे

गाजीपुर व्यूरो (विकास राय) गाजीपुर एवं बलिया जनपद में इस समय गंगा के रेत पर तपती हुई गर्मी के बावजूद मौसमी फल एवं सब्जी ककडी, खीरा, तरबूज एवम नाशपाती, लौकी की उपज काफी जोरों पर है। गाजीपुर जनपद के रेवतीपुर ब्लाक मुहम्मदाबाद ब्लाक के गंगा तट से प्रतिदिन भोर से ही इनके साथ साथ ताजी सब्जियां भारी मात्रा में नजदीकी मंडियों में पहुंच रही है।

गंगा तट के बहुतायत किसान इस समय गंगा के किनारे एवम गंगा के मध्य में रेते पर काफी मात्रा में खेती किये है। क्षेत्र के सभी चट्टी चौराहों पर सडक के किनारे इसकी बिक्री इस समय काफी तेजी पर है। ककडी खाने से मिलने वाले फायदे के बारे में फादर पी विक्टर प्रधानाचार्य हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमन पुर एवम चर्चित पर्यावरण प्रेमी से प्राप्त जानकारी। ककड़ी के बीजों के साथ, जीरा पीसकर, चीनी मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन करने से ल्यूकोरिया रोग में बहुत लाभ होता है। खून के विकार को दूर करने के लिए ककड़ी के फूलों को घी में भूनकर काली मिर्च का चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर शाक बनाकर खाएं।

माना जाता है कि ककड़ी और प्याज का रस पिलाने से शराब का नशा दूर होता है। शरीर की गर्मी और तेज प्यास के निवारण के लिए ककड़ी के बीज की गिरी को मट्ठे के साथ पीसकर सेवन कीजिए। गर्मियों में अधिक प्यास लगती हो तो ककड़ी के दो सौ ग्राम रस में थोड़ी-सी चीनी मिलाकर पीने से प्यास शांत होती है। ककड़ी में पोटेशियम होता है जो उच्च रक्तचाप के रोगी को बहुत लाभ देता है। ककड़ी का दो सौ ग्राम रस रोजाना सेवन कर सकते हैं।

मूत्रावरोध की समस्या होने पर ककड़ी के बीजों को पीसकर उसमें थोड़ा-सा जीरा और चीनी मिलाकर सेवन कीजिए। बहुत लाभ होगा। ककड़ी अपचन की विकृति को भी दूर करता है। अधिक भोजन कर लेने पर जब पेट में दर्द का अनुभव हो तो ककड़ी खाने से पाचन क्रिया जल्दी होने से दर्द से मुक्ति मिलती है। इससे बना रायता अपचन में बहुत आराम देता है।

गर्मियों में अधिक धूप लगने से चेहरे की त्वचा मटमैली हो जाए तो ककड़ी के टुकड़े चेहरे पर रगड़ने से बहुत लाभ होता है। ककड़ी के डेढ़ सौ ग्राम रस में नींबू का रस और जीरा पीसकर मिलाकर पीने से पेशाब की तेज जलन की समस्या दूर होती है और पेशाब भी सरलता से बाहर आता है। तेज धूप या तेज रोशनी में अधिक देर काम करने से यदि आंखों में जलन और थकावट महसूस हो तो ककड़ी को पीसकर पलकों पर कुछ देर के लिए रखें बहुत लाभ होता है। ककड़ी के पतले टुकड़े पलकों पर रखे जा सकते हैं।

ककड़ी के रस में गाजर का रस मिलाकर रोजाना सेवन करने से गुर्दो की समस्या दूर होती है। ककड़ी के रस को बालों की जड़ों में लगाकर,थोड़ा-थोड़ा मलकर कुछ देर रूककर बालों को पानी से धोने पर बाल तेजी से विकसित औत मुलायम होते हैं।

चेहरे की त्वचा में निखार तथा मुंहासे से सुरक्षा के लिए ककड़ी को पीसकर चेहरे पर रोजाना मलिए। बाल अधिक तेजी से बढ़े और मजबूत हो तो नियमित रूप से ककड़ी, गाजर और पालक का रस मिलाकर पीजिए। बहुत लाभ होगा। पथरी की समस्या होने पर ककड़ी के बीजों को पीसकर पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए। आंखों में तेज जलन होने की स्थिति में ककड़ी के रस को छानकर बूंद-बूंद आंखों में डालिए। जब नाक या मुंह से खून निकलता हो तो ककड़ी का दो सौ ग्राम रस पीने और ककड़ी का प्रतिदिन सेवन करने से बहुत लाभ होता है। खून निकलने की समस्या दूर होती है। ककड़ी और गाजर का रस सौ-सौ ग्राम मिलाकर पीने से वात विकृति में बहुत लाभ होता है। नियमित रूप से ककड़ी खाने से दांतों और मसूढ़ों को मजबूती मिलती है। दंत रोगों की आंशका नष्ट होती है। ककड़ी खाने से शुगर के रोगी को बहुत लाभ होता है।


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