अवैध कब्जा हटे लेकिन निष्पक्षता जरूरी
बस्ती, 25 अप्रैल। जिला मुख्यालय पर पटरियों पर किये गये अवैध निर्माण और कब्जों को बलपूर्वक हटवाया जा रहा है। कुछ लोगों ने प्रशासन का बुलडोजर देखते ही अतिक्रमण खुद हटा लिया, तो कुछ ध्वस्त कर दिये गये। इससे पहले नगरपालिका की ओर से व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करवाया गया था कि जिन्होने सड़क की पटरियों पर कब्जा किया है वे स्वतः हटा लें। लेकिन समय रहते किसी ने नही हटाया। जिलाधिकारी ने भी अखबारों में समचार छपवाकर जनपद के 8 बड़े अतिक्रमण सहित पटरियों को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की चेतावनी दिया था।
अंततः बुलडोजर सामने आकर खड़ा हो गया। हर साल अवैध अतिक्रमण हटाये जाते हैं, और देखते देखते फिर अतिक्रमण हो जाता है। इस बार भी न्याय मार्ग से लेकर काली मंदिर और पानी की टंकी तक सड़क की दोनो पटरियों से अतिक्रमण हटवाया गया। यह कोई नई प्रक्रिया नही है। लेकिन सवाल हमेशा उठते रहे हैं। पटरियों से अतिक्रमण हटाने के लिये छोटे छोटे व्यापारियों द्वारा एक एक रूपया जोड़कर जो प्रापर्टी बनाई गयी हेती है उसे ध्वस्त करना जितना अच्छा लगता है इतना ही उनके पुवनर्वास को लेकर भी संवदेनशील रहना चाहिये।
पुनर्वास की नही है कोई नीति
शहरी क्षेत्र से एक साल पहले भी अतिक्रमण हटवाये गये थे, कहा गया था कि शहर को सुन्दर और व्यवस्थित बनाने के लिये ऐसा किया जा रहा है, व्यापारियों को पुनः स्थापित करने के लिये वेण्डिंग जोन बनाकर उन्हे आवंटित किया जायेगा। वेण्डिंग जोन बना, शायद एलॉट भी किया गया, लेकिन प्रशासन ने व्यापारियों को वहां दुकाने लगाने को कभी विवश नही किया। वेण्डिंग जोन बनाये गये लेकिन वीरान पड़े हैं, उन्हे सक्रिमय किया गया होता तो शहर का विस्तार भी होता और व्यापार भी होता, लेकिन पूरे साल हाथ पर हाथ धरे बैठे अफसर सिर्फ इस बात का इंतजार करते हैं कि शासन सख्त हो तब हम भी हाथ पांव मारें।
फिर होगा अतिक्रमण
जिन रास्तों से अवैध कब्जे हटाये गये है वहां कुछ ही दिनों में फिर अतिक्रमण दिखाई देंगे, ऐसा कई सालों से होता आ रहा है। क्योंकि जिन अफसरों ने आज अतिक्रमण हटवाया है वही कल वहां से आंख मूदकर चले जायेंगे, जब अतिक्रमण शुरू होता है उसी समय रोका जाये तो हटाने की स्थिति नही आयेगी। सम्बन्धित थाने या चौकी को इसकी जिम्मेदारी दी जानी चाहिये। लेकिन बसा बसाई गृहस्थी उजाड़ने की प्रवृत्ति विकसित हो गयी है। नई व्यवस्था नहीं देंगे, और पुरानी चलने नही देंगे।
यहां पहुंचने से पहले हांफ जाता है बुलडोजर
छोटे छोटे व्यापारियों को सड़क की पटरियों से हटाये जाले के बाद सवाल उठने शुरू हो गये हैं ? जनपद के 8 बड़े अतिक्रमणकारियों पर बुलडोजर कब चलेगा ? जनपद मुख्यालय पर कम्पनी बाग पुलिस चौकी से सुबाष तिराहे तक और गांधीनगर में पुलिस चौकी से साहू कटरा, तुलस्यान तक जबरदस्त अतिक्रमण है। यहां पहुचने से पहले प्रशासन का बुलडोजर हांफ जाता है।
इस बीच वी मार्ट, वी 2 मार्ट, प्रिया इलेक्ट्रानिक, तुलस्यान जैसे अनेक रसूखदार हैं। इतना ही नही जिले में कई नेताओं, बड़े व्यापारियों, भूमाफियाओं यहां तक सत्ताधारी नेताओं ने सरकारी जमीनों पर कब्जा किया है, लेकिन उन पर बुलडोजर नही चल रहा है। कई ऐसे हैं जिन्होने कार्यवाही से बचने के लिये झण्डा बदल लिया है और अभयदान पा गये हैं। अवैध कब्जों को हटाये जाने का हर कोई स्वागत कर रहा है लेकिन निष्पक्षता की दरकार है। कई नेता ऐसे हैं जो सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किये हैं लेकिन वर्तमान में सत्ताधारी दल का झण्डा ढो रहे हैं, ऐसे लोगों पर प्रशासन मेहरबान है इसलिये अंदर ही अंदर प्रशासन के विरूद्ध प्रतिक्रिया हो रही है।