बाल लीलाओं के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने दुनिया को दिया संदेश
हर्रैया, बस्ती। नगर पंचायत के भदासी में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिवस में कथा व्यास आचार्य श्याम सारथी महाराज ने भगवान की बाल लीला का अद्भुत वर्णन किया। श्री कृष्णा लीला का मनमोहक प्रसंग सुन श्रोता हर्षित हो उठे। उन्होने कहा कि भगवान बाल्यावस्था में पूतना जैसी राक्षसी का संहार करके वकासुर, धेनुका सुर जैसे राक्षसों का वध किया। गोपियों के वस्त्र चुराए। गोपियां यमुना में स्नान कर रही थी। भगवान ने उन्हें शिक्षा दी की निर्वस्त्र होकर के गंगा जमुना आदि नदियों में स्नान नहीं करना चाहिए। पूजा करते हुए, कहीं जाते हुए, यज्ञ करते हुए, नहाते हुए निर्वस्त्र नही होना चाहिए। कथा को विस्तार देते हुए व्यास ने कहा कि भगवान ने मिट्टी खाई।
भगवान के मुख में जब देखा तो अनेकों सूर्य, चन्द्रमा, पर्वत, पहाड., नदी आदि सब भगवान के मुख में ही दिखाई दिए। गोवर्धन धारण की लीला का विस्तार से वर्णन किया। कथा में आचार्य हरिओम शास्त्री, आचार्य शिवम शास्त्री, पं.रवि शास्त्री, पं.मनीष शास्त्री, मुख्य यजमान राममूर्ति पांडेय, सरोज पांडेय, सूबेदार पांडेय, राम अभिलाष पांडेय, पूर्व प्रधान शिव नारायण पांडेय, सभासद प्रतिनिधि रमाकांत पांडेय, पंडित विश्वामित्र तिवारी, पंडित केशव प्रसाद पांडेय, राज नारायण मिश्रा, गंगा प्रसाद पांडेय, बेनी माधव, अमरेश श्रीवास्तव, गिरजेश, बृजेश, शशांक, ठाकुर प्रसाद, सुरेन्द्र पांडेय, आशुतोष पांडेय, शत्रुध्न पाण्डेय, बालमुकुंद पांडेय, नैमिष, मयंक, शिशिर, विपुल, चंद्र शेखर शुक्ला, दीपक, विपिन पाण्डेय, एडवोकेट श्यामाकांत पांडेय, प्रदीप, आशुतोष पांडेय, विवेककांत पांडेय, शशांक, ओंकार नाथ पाण्डेय, गणेश, महेश, राघवेंद्र, मोहित, रोहित तिवारी, पवन, राज पांडेय, श्लोक, प्रेम प्रकाश, सूर्य प्रकाश सहित तमाम श्रोता मौजूद रहे।