निकाय चुनाव सम्पन्न कराने के लिये डीएम ने बताया पंचसूत्र, कहा स्वीप कार्यक्रम भी संचालित किये जायेंगे
बस्ती 07 अप्रैल। नगर निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 की तैयारियों की समीक्षा जिलाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने कलेक्ट्रेट सभागार में किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान निष्पक्षता, कर्तव्यनिष्ठा, पारदर्शिता, शुचिता एवं समयबद्धता पंचसूत्र का पालन का निर्देश दिया है। उन्होंने अब तक की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने निर्देश दिया कि इस दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित किया जाए। अंतर्जनपदीय सीमा पर बैरियर लगाएं तथा स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात करें। नामांकन पत्रों की वापसी का समय समाप्त होने के तत्काल बाद चुनाव चिन्ह आवंटन का कार्य किया जाएगा। संबंधित रिटर्निंग आफीसर, सहायक रिटर्निंग आफीसर तथा प्रभारी परियोजना निदेशक डीआरडीए डमी मत पत्रों का परीक्षण करेंगे, मतदाताओं की संख्या के अनुसार मतपत्रों की संख्या निर्धारित करेंगे तथा आयोग द्वारा निर्धारित प्रेस को ऑनलाइन उपलब्ध कराएंगे।
मतपत्र छपने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच लाकर तहसील सदर सभागार में रखा जाएगा। इस दौरान सदर तहसील में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था रखी जाएगी। प्रत्येक बूथ पर 2-2 मतपेटिका दी जाएगी, इसलिए लगभग 1000 मत पेटिका कि आईलिंग ग्रीसिंग कराकर सुरक्षित रखी जाए। नामांकन स्थल नगर पालिका बस्ती एवं पांच अन्य नगर पंचायतों के लिए तहसील सदर, हर्रैया के तीन नगर पंचायतों का हर्रैया तहसील तथा नगर पंचायत रुधौली के पदों का नामांकन रुधौली नगर पंचायत में किया जाएगा। मतदान पार्टियों की रवानगी सदर तहसील में किसान डिग्री कॉलेज परिसर, तहसील हर्रैया में नेशनल इंटर कॉलेज परिसर तथा नगर पंचायत रुधौली के लिए तहसील रुधौली परिसर से होगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार नगर निकाय सामान्य निर्वाचन में पहली बार मतदाता शिक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने इसके लिए सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति को प्रभारी अधिकारी नामित करते हुए जिला विकास अधिकारी अजीत श्रीवास्तव, डीआईओएस डीएस यादव तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. इंद्रजीत प्रजापति को सहायक प्रभारी नामित किया है। अभी तक लोकसभा एवं विधानसभा निर्वाचन में ही अधिक से अधिक मतदान बढ़ाने के लिए स्वीप संचालित किया जाता रहा है। इस संबंध में मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। इस कार्य में स्थानीय शिक्षण संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला स्वयं सहायता समूह तथा विभिन्न क्लबों का सहयोग लिया जाएगा।