राजा भैया के खिलाफ भाजपा ने हिंदुजा मिश्रा का उतारा, जानिये कौन हैं हिंदुजा मिश्रा
लखनऊः भारतीय जनता पार्टी ने यूपी की हॉट सीट कुडा से सिंधुजा मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला जनसत्ता दल के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से होगा। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि भाजपा ने हिंदुजा मिश्रा को क्यों मैदान में उतारा है। उनकी पढ़ाई की बात करें तो वह एमए, बीएड और एलएलबी हैं. और हाइकोर्ट में अधिवक्ता भी हैं। सिंधुजा मिश्रा ने पहली बार बसपा के समर्थन से कोऑपरेटिव बैंक का चुनाव लड़ा था। उन्होंने वर्ष 2009 में हुए इस चुनाव में राजा भैया के करीबी को पटखनी देकर जीत हासिल की थी। वह 2009 से 2014 तक कोऑपरेटिव बैंक की अध्यक्ष रहीं।
साल 2012 में विश्वनाथगंज विधानसभा से बसपा के टिकट पर वह चुनाव में उतरी थीं। लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद हुए उपचुनाव में भी सिंधुजा मिश्रा को तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा था। सिंधुजा मिश्रा लोकसभा चुनाव 2019 में अपने पति शिवप्रकाश सेनानी के साथ भाजपा में शामिल हुईं। सिंधुजा मिश्रा के पति शिव प्रकाश मिश्र सेनानी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत सपा से 2000 में की. उन्होंने राजा भैया के रिश्तेदार अक्षय प्रताप उर्फ गोपाल के खिलाफ एमएलसी का चुनाव लड़ा था।
इसमें उनको हार का सामना करना पड़ा था, वहीं 2004 में सेनानी बसपा में शामिल हुए. बसपा से विधानसभा सीट कुंडा से शिवप्रकाश मिश्र ने राजा भैया के खिलाफ पहली बार चुनाव लड़ा। राजा भैया को चुनाव में 73732 वोट मिले जबकि सेनानी को 20604 वोट पाकर ही संतोष करना पड़ा। 2012 के विधानसभा चुनाव में कुंडा विधानसभा सीट से दूसरी बार सेनानी ने राजा भैया के खिलाफ चुनावी ताल ठोकी। राजा भैया 1,11,392 पाकर भारी मतों से जीते. वहीं, सेनानी 23137 वोट पाकर दूसरी बार चुनावी मैदान में हार गए। अब देखना होगा कि हिंदुजा मिश्रा राजा भैया को चुनाव में शिकस्त देंगी या फिर पति की तरह उन्हे भी हार का सामना करना पड़ेगा।