चुनाव खर्च पर नजर, चुनाव अधिकारी ने चाय समोसे तक का रेट फिक्स किया
चुनाव लड़ना बेहद खर्चीला हो गया है। प्रत्याशी को तमाम लोगों को खुश रखने के साथ खाने-पीने का इंतजाम भी करना पड़ता है। हालांकि, चुनाव आयोग ने खर्च की सीमा तय की है लेकिन देखा जाता है कि इस सीमा में रहकर चुनाव जीतना हर किसी के वश की बात नहीं। लेकिन फिलहाल यूपी के चुनाव अधिकारी ने खाने पीने के साथ वाहनों की रेट लिस्ट जारी कर दी है।
फरमान के मुताबिक एक उम्मीदवार चार पूड़ी और एक मिठाई के नाश्ते के लिए अधिकतम 37 रुपये प्रति प्लेट खर्च कर सकता है। एक समोसा और एक कप चाय के लिए 6-6 रुपये रेट तय किया गया है। उम्मीदवार 16 रुपये प्रति मीटर की दर से फूलों की माला खरीद सकते हैं। इसके साथ तीन ड्रमर पर प्रति दिन 1,575 रुपये खर्च किया जा सकता है। पानी एमआरपी पर खरीदा जा सकता है। लिस्ट में कुल 66 मदों के लिए दरें तय हैं। चुनाव में वाहनों के मामले में बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज को किराए पर लेने के लिए प्रत्याशी अधिकतम 21 हजार रुपये प्रति दिन खर्च कर सकते हैं।
पजेरो या उसके जैसी अन्य कार के लिए अधिकतम 12,600 रुपये प्रति दिन खर्चे जा सकते हैं। इनोवा, फॉर्च्यूनर, क्वालिस के लिए 2,310 रुपये प्रति दिन और स्कॉर्पियो, क्वालिस व टवेरा के लिए 1,890 रुपये प्रति दिन किराया दिया जा सकता है। जीप, बोलेरो और सूमो के लिए 1,260 रुपये प्रति दिन किराया तय किया है। दो पहिया वाहन के लिए 210 रुपये प्रतिदिन खर्च किए जा सकते हैं।
कोरोना को रोकने के लिए आयोग ने 22 जनवरी तक रैलियों, रोड शो और इसी तरह के अन्य प्रचार कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है। पार्टियां प्रचार के लिए डिजिटल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रही हैं। गौरतलब है कि इस बार चुनावी खर्च की सीमा बढ़ाई गई है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों से पहले प्रत्याशियों के खर्च की सीमा 28 लाख से बढ़ाकर 40 लाख कर दी गई है। विधानसभा चुनाव के मामले में बड़े राज्यों के लिए 28 लाख के बजाय 40 लाख की सीमा होगी। छोटे राज्यों में अधिकतम खर्च सीमा 20 लाख से बढ़ाकर 28 लाख रुपये की गई है।