कयासों पर लगा विराम, कुछ ही देर में नामांकन करने पहुंच रहे हैं डा. आलोक
बस्तीः नामांकन प्रक्रिया के साथ तेज हुई राजनीतिक सरगर्मियों के बीच कयासबाजी का दौर जारी है। सपा, आप और बसपा प्रत्याशियों की प्रत्याशिता को लेकर पूरे दिन बंहस होती रहती है। इस बीच प्रत्याशियों के टिकट कई बार कटते हैं और कई बार चर्चा होती है कि उन्हे पार्टी का सिम्बल मिल गया। सदर विधानसभा से घोषित बसपा प्रत्याशी डा. आलोकरंजन को लेकर सबसे ज्यादा कयास लगाये जा रहे थे। कहा जा रहा था एक धनपशु बसपा सुप्रीमों को 3 करोड़ रूपया दे रहा है, जिससे डा. आलोक का टिकट काटकर उसे मिल जाये।
किन्तु 05 फरवरी को बसपा प्रदेश कार्यालय से जारी ताजा सूची ने सभी कयासों पर विराम लगा दिया। पता चला दो दिन पहले ही डा. आलोक को सिम्बल मिल गया था। शुक्रवार को डाक्यूमेंन्ट तैयार करने में देरी हुई, वे नामांकन करने पहुंचे लेकिन देर हो चुकी थी। आज वे अभी कुछ ही देर में अपना परचा दाखिल करेंगे। डा. आलोक रंजन ने मीडिया दस्तक को बताया कि विरोधी साजिश रचने में जुटे हैं। सदर विधानसभा सीट पर भाजपा और बसपा की सीधी लड़ाई है। कुछ लोग पैसे के दम पर नेतृत्व पर दबाव बनाने में जुटे थे लेकिन बहन मायावती ने उन्हे कररा जवाब दिया है। उन्होने कहा बस्ती की सभी सीटों पर भाजपा सिर्फ बसपा से लड़ रही है।