क्या मजबूरी थी भाजपा ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर उनकी पत्नी को उम्मीदवार बनाया
बस्तीः जनपद की रूधौली विधासभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने विधायक संजय प्रताप जायसवाल की पत्नी संगीता जायसवाल का टिकट फाइनल किया है। इस सीट पर प्रत्याशी को लेकर तरह तरह के कयास लगाये जा रहे थे। हालांकि समाजवादी पार्टी ने अभी यहां से उम्मीदवार नही खड़ा किया है। भाजपा की क्या मजबूरी थी कि मौजूदा विधायक का टिकट काटकर उनकी पत्नी को देना पड़ा। इसकों लेकर चर्चायें शुरू हो गयी हैं।
दरअसल मौजूदा विधायक पर युवती के यौन शोषण का आरोप है। आरोप है कि एक पत्नी के रहते उन्होने दूसरी शादी की। बताया जा रहा है कि साल 2012 में लखनऊ में प्रतियोगी परीक्षा देने आई युवती से उनकी मुलाकात चारबाग रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में हुई थी। विधायक के साथ अमरजीत मिश्र और एक अन्य व्यक्ति का नाम सामने आया था। वहां विधायक ने खुद को एक डाक्टर बताया था और युवती को नौकरी दिलाने का वादा किया था। बाद में वाराणसी के एक होटल में डाक्यूमेंट शाइन करने के लिये युवती को बुलाया और उसके खाने में नशीला पार्थ मिलाकर उसके साथ दुराचार किया।
नौकरी दिलाने के नाम पर उसके सारे कागजात ले लिये। विधायक की सच्चाई पता चली तो खुद को ठगा महसूस करने वाली युवती ने विधायक पर एफआईआर करा दिया। इस मामले में विधायक की पत्नी संगीता जायसवाल का रौद्र रूप भी मीडिया के जरिये सामने आया था। यह मामला एमपी एमएलए कोर्ट में चला। बताया जा रहा है कि कोर्ट ने ट्रायल के बाद फैसला सुरक्षित रखा है जो कभी भी सामने आ सकता है। ऐसे में यदि भाजपा उन्हे उम्मीदवार बनाती तो पार्टी की फजीहत होती और ये सीट भी हाथ से जा सकती थी। फिलहाल इस बार रूधौली सीट पर कांटे की टक्कर है। यहां कांग्रेस के बसंत चौधरी से उनका सीधा मुकाबला होता दिखाई दे रहा है।