पुष्करादित्य के आने से रूधौली सीट पर हुआ रोचक मुकाबला, आसान मानी जा रही सपा की जीत
बस्तीः आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी घोषित किये जाने की खबरों का खंडन करने वाले अठदमा इस्टेट पुष्करादित्य सिंह ने अंततः ‘आप’ के टिकट पर ही अपना नामांकन दाखिल किया। बताया जा रहा है कि आखिरी तक वे दूसरे दल में टिकट की जद्दोजेहद में लगे थे, निराशा हाथ लगी तो ‘आप’ का दामन थाम लिया। उनके चुनाव मैदान में आने के बाद यहां मुकाबला रोचक हो गया है। जन चर्चाओं की माने तो वे भाजपा प्रत्याशी की राह मुश्किल होगी और समाजवादी पार्टी की जीत आसान हो जायेगी। समाजवादी पार्टी ने यहां से 2017 के चुनाव में निकटतम प्रतिद्वन्दी रहे पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
उन्हे 2017 में बसपा के टिकट पर उन्हे 68,423 वोट मिले थे, जबकि मोदी लहर का लाभ लेते हुये संजय प्रताप जायसवाल 90,228 वोट पाकर चुनाव जीत गये थे। कांग्रेस और सपा गठबंधन के उम्मीदवार सईद अहमद खान 51,743 वोट पाये थे, रूधौली विधासभा की बात करें तो यहां भी सपा और भाजपा का सीधा मुकाबला होता दिख रहा है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी बसंत चौधरी विरोधियों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं लेकिल जनता का मूड राजेन्द्र चौधरी को समर्थन देने का है। राजेन्द्र यहीं से विधायक रहे और चुनाव हारने के बाद भी लगातार क्षेत्र में संपर्क करते रहे।
जनता के बीच जाकर उनके दर्द और खुशियों को साझा करते रहे। मौजूदा विधायक संजय प्रताप जायसवाल को इस बार पार्टी ने टिकट न देकर उनकी पत्नी संगीता जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है। क्या संजय प्रताप जायसवाल अपने समर्थकों का वोट अपनी पत्नी के पक्ष में कनवर्ट करा पायेंगे यह एक बड़ा सवाल है ? जनचर्चाओं की माने तो पुष्करादित्य के आने से पहले सगीता जायसवाल और राजेन्द्र प्रसाद चौधरी में कांटे की टक्कर थी लेकिन अब सपा की जीत आसान हो गई है। जनता का यही मूड आखिरी तक बना रहा तो जनपद की 5 सीटों में रूधौली भाजपा के हाथ से जा सकती है।