एक्यूप्रेशर से मेंटेन रखें आक्सीजन लेवल, जकड़न से भी मिलेगी मुक्ति
बस्तीः विश्व संवाद परिषद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश अध्यक्षा प्रो.डॉ अर्चना दुबे ने बताया कि किसी भी प्रकार के वायरस से बचने के लिए हमारे फेफड़ों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। यदि हमारे फेफड़े स्वस्थ रहें तो हम किसी भी प्रकार के वायरस के आक्रमण से आसानी से बच सकते हैं। हमारे फेफड़ों में एक बार में लगभग डेढ़ लीटर ऑक्सीजन लेने की क्षमता होती है।
किंतु शारीरिक श्रम के अभाव में हमारे फेफड़े प्रभावित होते हैं। फेफड़ों में एक बार में ऑक्सीजन के समाने के क्षमता भले ही डेढ़ लीटर क्यों ना हो किंतु हम में से अधिकांश व्यक्ति सामान्य तौर पर केवल 300 से 400 एमएल का ही उपयोग करते हैं। यदि हम दौड़ते हैं, प्राणायाम करते हैं, या फिर सीढ़ियों पर ऊपर नीचे उतरने चढ़ने का काम करते हैं तो ऐसा करने से फेफड़ों की कार्य क्षमता बढ़ जाती है। किंतु यह भाग दौड़ तथा प्राणायाम हमने से कम लोग ही कर पाते हैं।
ऐसे में एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति अत्यंत प्रभावी एवं कारगर हो सकती है। यह सस्ती, सरल एवं निरापद होने के साथ ही इतनी आसान है कि कोई भी व्यक्ति इसे अपने आप घर बैठे बिना किसी खास साधन के कर सकता है। यदि आप अपने फेफड़ों की कार्य क्षमता मजबूत करना चाहते हैं तो चित्र में दिखाएं अनुसार इन दोनों बिंदुओं पर काला रंग 24 घंटे के लिए लगा कर रख सकते हैं। यह बिंदु हमारे फेफड़ो की कार्य क्षमता में वृद्धि करते है और हम ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन ग्रहण कर पाते हैं। बिंदु संख्या दो पर काला रंग लगाने से यह हमारे फेफड़ों के भीतर हुए अवरोध एवं जमे हुए बलगम को बाहर निकालता है जिससे हमारे फेफड़े स्वस्थ होते हैं।