• Subscribe Us

logo
05 मई 2024
05 मई 2024

विज्ञापन
मीडिया दस्तक में आप का स्वागत है।
सेहत/प्राकृतिक चिकित्सा

दूसरों को भी बांटें खुशियां, धुयें से बचाव करते हुये जलायें पटाखें, बच्चों व अस्थमा रोगियों के घातक है धुंआ

Posted on: Thu, 04, Nov 2021 5:27 PM (IST)
दूसरों को भी बांटें खुशियां, धुयें से बचाव करते हुये जलायें पटाखें, बच्चों व अस्थमा रोगियों के घातक है धुंआ

बस्ती, उ.प्र.। दिवाली खुशियों का त्योहार है। यह खर्चीला भी है। सक्षम व्यक्तिओं और परिवारों को फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करना चाहिये। संभव हो तो अपने हिस्से की खुशियां उन व्यक्तियों या परिवारों में बांटना चाहिये जो त्योहारों पर भी उदास रहते हैं, वे सक्षम लोगों के घर मिट्टी के पुराने दिये और उनके बच्चों द्वारा जलाये पटाखों के अवशेष बड़े उल्लास से बटोरते हैं।

ऐसे में आपकी वजह से यदि किसी एक परिवार में भी खुशी आ सकती है तो बड़ा पुनीत कार्य कुछ नही हो सकता। यह बातें बस्ती के जिला अस्पताल के आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा ने कही। उन्होने आम जनमानस से अपील करते हुये कहा कि दिवाली मनाइए लेकिन अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए। दीवाली पर लोग बड़े पैमाने पर पटाखे जलाते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक है, पटाखे के धुएं से बचकर रहें ताकि यह धुआं आप के फेफड़े तक न पहुंचने पाए। यह फेफड़ों के लिये घातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने बताया कि आतिशबाजी का प्रदूषण आंखों, नाक और गले के अलावा फेफड़ों को भी प्रभावित करता है। प्रदूषण से सांस और एलर्जी की समस्या होती है। अस्थमा के मरीजों व बच्चों को पटाखों से दूर रखें। यदि आतिशबाजी करना ही है धुएं से बचाव करते हुए पटाखे जलाएं। विशेष परिस्थिति में अस्पतालों की सेवायें लें।


ब्रेकिंग न्यूज
UTTAR PRADESH - Basti: माउंट हीरा इंटरनेशनल एकेडमी में हुआ कॉमन सेंस लैब का उद्घाटन डायट में रक्तदान शिविर का आयोजनः 22 ने किया रक्तदान सिलाई कटाई और रेडीमेड गारमेंट प्राप्त 56 महिला प्रशिक्षुओं को मिला प्रमाणपत्र मतदान केन्द्रों पर सुविधायें उपलब्ध कराने का निर्देश मताधिकार छीनना चाहती है भाजपा- महेन्द्र श्रीवास्तव प्रमोद ओझा, कुसुम चौधरी वोकेशनल पुरस्कार से सम्मानित महाराणा प्रताप की प्रतिमा खण्डित किये जाने के विरोध में विश्व हिन्दू महासंघ ने सौंपा ज्ञापन बसंत चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ता सम्मेलन 06 मई को Lucknow: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि यदि उनकी सरकार आती है तो वह जाति जनगणना कराएंगे. यहां राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह सिर्फ जाति जनगणना नहीं होगी, यह आर्थिक सर्वे होगा. मतलब हिंदुस्तान में किसके हाथ में कितना पैसा है, हर संस्था का सर्वे होगा. इससे पता लग सकेगा कि किस वर्ग के लोगों की क्या स्थिति है. GUJRAT - Bharuch: भगवंत मान ने भरूच में चैतर वसावा के लिए किया प्रचार, कहा