युवा शायर दीपक दूबे की रचना
युवा शायर दीपक दूबे की रचना
यकीं है कि हर कोई इज्ज़त करेगा,
मगर क्या मुझी सा मुहब्बत करेगा।1।
चलेगा नहीं ज़ोर हम पे किसी का,
बताए वो कैसे हुकूमत करेगा ।2।
पता था मुझे बाद रुख़सत के मेरे,
मुझे फ़िर से पाने कि मिन्नत करेगा।3।
कहेंगे वही जो है दिल में हमारे,
हुआ क्या अगर हम से नफ़रत करेगा।4।
करूं गौ़र क्यूं उस कि गलती पे मैं भी,
अभी है वो बच्चा शरारत करेगा।5। - दीपक दूबे