Fear of God is the beginning of Wisdom
Fear of God is the beginning of Wisdom अर्थात जो ईश्वर पर भरोसा करते हैं, उनमे विश्वास करते हैं, उनको मानते और उनकी आराधना करते हैं वे हमेशा अच्छे कर्म करते हैं। ईश्वर से डर का मतलब, पवित्र डर है। पवित्र डर हमेशा मनुष्य को शिखर तक ले जाती है। उन्होंने बताया कि जो लोग ईश्वर से डरते हैं वे कदापि गलत नहीं होते। उनकी सोच अच्छी होती है, उनके कर्म अच्छे होते हैं, उनके व्यवहार अच्छे होते हैं और उनकी वाणी अच्छी होती है। या यों कहा जाये कि उनका सम्पूर्ण जीवन ही अच्छा होता है। प्रधानाचार्य फादर पी विक्टर ने एक कहानी भी बच्चों को सुनाया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन अब्राहम लिंकन वास्तव में God fearing राष्ट्रपति थे। एक बार एक धनी व्यक्ति ने भीड़ में से उन्हें पुकारा और कहा हे Mr. President आपके पिता जी मेरे लिए जूते बनाया करते थे। जॉन अब्राहम लिंकन गुस्सा नहीं हुए बल्कि मुस्कराते हुए उस धनी व्यक्ति से बोले, Yes my father was a good cobbler. मेरे पिता जी अच्छे जूते बनाते थे क्योंकि वे ईश्वर से डरते थे। महाशय क्या मेरे पिता जी के बनाये जूते आपको कहीं से कष्ट देते हैं। तब वह बोला, नहीं। राष्ट्रपति उस पर गुस्सा नहीं किये क्योंकि वे ईश्वर से डरते थे। बच्चों जो भी ईश्वर से डरता है वह गलत हो ही नही सकता है। जो ईश्वर से डरता है उसे प्रज्ञा,बुद्धि प्राप्त होती है और वह जानता है कि क्या गलत है और क्या सही। विकास राय की प्रस्तुति