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दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर जाने माने सर्जन से बातचीत

Posted on: Sat, 17, Dec 2016 9:34 PM (IST)
दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर जाने माने सर्जन से बातचीत

दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर लोगों में तमाम भ्रान्तियां हैं। कोई हता है दूरबीन वधि से ऑपरेशन के बाद पेट में गैस भर जाती है तो कोई अस्पताल में ज्यादा दिनों तक ठहरने के भय से परेशान है। जागरूकता के अभाव में दूरबीन विधि के ऑरेशनो को प्रोत्साहन नही मिल पा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि कम समय में ही रोगी घर चला जाता है।

मरीजों में दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर भ्रान्तियों के पीछे जागयकता एक बड़ा कारण है। ओपन विधि से सर्जरी करने वाले चिकित्सक भी तरह तरह से रोगियों को डराते रहते हैं। बस्ती के अत्याधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल श्री कृष्णा मिशन हॉस्पिटल में तैनात दूरबीन विधि से हजारों सफल ऑपरेशनों को अंजाम देने वाले जाने माने सर्जन डा0 नवीन कुमार चौधरी ने मीडिया दस्तक से खास मुलाकात में दूरबीन विधि से ऑपरेशन को बेहद सहज, सुरक्षित और भरोसेमंद बताया।

डा0 चौधरी ने कहा दूरबीन विधि से ऑपरेशन में रोगी को बिलकुल घबराने की जरूरत नही है। पेट में मामूली छेद कर हार्निया, अपेडिक्स, ट्यूमर, पथरी सहित कई अन्य सफल ऑपरेशन किये जा सकते हैं। इस विधि से सर्जरी के बाद मरीज को अस्पताल से बहुत जल्दी छुट्टी मिल जाती है, कुछ मामलों में तुरन्त से मरीज घूम टहल सकता है। खून की जरूरत नही के बराबर होती है। अस्पताल में कम समय तक रूकने से बेड चार्ज और अन्य खर्चे भी अपेक्षाकृत कम आते हैं। खास बात यह है इसमें पेट में कोई चीरा अथवा टांका नही लगता है।

बताया कि सर्जनों में दूरबीन विधि से ऑपरेशन के तकनीकी ज्ञान के अभाव व नई जानकारियों से अपडेट न रहने के चलते ज्यादातर मरीजों को दूरबीन विधि का लाभ नहीं मिल पाता। आज कैंसर जैसे ऑपरेशन भी दूरबीन विधि से किए जा सकते हैं। गायनो में भी इसका काफी स्कोप है। बच्चेदानी, रसौली व बांझपन के ऑपरेशन भी आज दूरबीन विधि से संभव हैं, लेकिन 50 फीसदी ऑपरेशन ओपन विधि से हो रहे हैं। गॉल ब्लैडर के 95 फीसदी ऑपरेशन दूरबीन विधि से संभव हैं। इसके बावजूद गॉल ब्लैडर के 50 फीसदी ऑपरेशन ओपन सर्जरी से हो रहे हैं। इसी तरह आंत के कैंसर में 80 फीसदी ऑपरेशन दूरबीन विधि से संभव हैं, लेकिन मात्र 10 फीसदी दूरबीन विधि से हो रहे हैं। जबकि यूरोपीय देशों में कैंसर के ऑपरेशन 50 फीसदी दूरबीन विधि से होते हैं।

डा0 चौधरी ने कहा कि दूरबीन विधि से ऑपरेशन के फायदे ही फायदे हैं। छोटा चीरा, जल्दी स्वास्थ्य लाभ, कम दर्द, हॉस्पिटल से जल्दी छुट्टी और कम खर्च मरीजों के लिए हर लिहाज से लाभदायक है। श्री कृष्णा मिशन हॉस्पिटल, ढोरिका रोड, बड़ेवन, निकट बरगदवा, 272001 बस्ती उ.प्र. सम्पर्क 09984288686 टोल फ्री नम्बर 18002128109

दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर जाने माने सर्जन से बातचीत

दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर लोगों में तमाम भ्रान्तियां हैं। कोई हता है दूरबीन वधि से ऑपरेशन के बाद पेट में गैस भर जाती है तो कोई अस्पताल में ज्यादा दिनों तक ठहरने के भय से परेशान है। जागरूकता के अभाव में दूरबीन विधि के ऑरेशनो को प्रोत्साहन नही मिल पा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि कम समय में ही रोगी घर चला जाता है।

मरीजों में दूरबीन विधि से ऑपरेशन को लेकर भ्रान्तियों के पीछे जागयकता एक बड़ा कारण है। ओपन विधि से सर्जरी करने वाले चिकित्सक भी तरह तरह से रोगियों को डराते रहते हैं। बस्ती के अत्याधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल श्री कृष्णा मिशन हॉस्पिटल में तैनात दूरबीन विधि से हजारों सफल ऑपरेशनों को अंजाम देने वाले जाने माने सर्जन डा0 नवीन कुमार चौधरी ने मीडिया दस्तक से खास मुलाकात में दूरबीन विधि से ऑपरेशन को बेहद सहज, सुरक्षित और भरोसेमंद बताया।

डा0 चौधरी ने कहा दूरबीन विधि से ऑपरेशन में रोगी को बिलकुल घबराने की जरूरत नही है। पेट में मामूली छेद कर हार्निया, अपेडिक्स, ट्यूमर, पथरी सहित कई अन्य सफल ऑपरेशन किये जा सकते हैं। इस विधि से सर्जरी के बाद मरीज को अस्पताल से बहुत जल्दी छुट्टी मिल जाती है, कुछ मामलों में तुरन्त से मरीज घूम टहल सकता है। खून की जरूरत नही के बराबर होती है। अस्पताल में कम समय तक रूकने से बेड चार्ज और अन्य खर्चे भी अपेक्षाकृत कम आते हैं। खास बात यह है इसमें पेट में कोई चीरा अथवा टांका नही लगता है।

बताया कि सर्जनों में दूरबीन विधि से ऑपरेशन के तकनीकी ज्ञान के अभाव व नई जानकारियों से अपडेट न रहने के चलते ज्यादातर मरीजों को दूरबीन विधि का लाभ नहीं मिल पाता। आज कैंसर जैसे ऑपरेशन भी दूरबीन विधि से किए जा सकते हैं। गायनो में भी इसका काफी स्कोप है। बच्चेदानी, रसौली व बांझपन के ऑपरेशन भी आज दूरबीन विधि से संभव हैं, लेकिन 50 फीसदी ऑपरेशन ओपन विधि से हो रहे हैं। गॉल ब्लैडर के 95 फीसदी ऑपरेशन दूरबीन विधि से संभव हैं। इसके बावजूद गॉल ब्लैडर के 50 फीसदी ऑपरेशन ओपन सर्जरी से हो रहे हैं। इसी तरह आंत के कैंसर में 80 फीसदी ऑपरेशन दूरबीन विधि से संभव हैं, लेकिन मात्र 10 फीसदी दूरबीन विधि से हो रहे हैं। जबकि यूरोपीय देशों में कैंसर के ऑपरेशन 50 फीसदी दूरबीन विधि से होते हैं।

डा0 चौधरी ने कहा कि दूरबीन विधि से ऑपरेशन के फायदे ही फायदे हैं। छोटा चीरा, जल्दी स्वास्थ्य लाभ, कम दर्द, हॉस्पिटल से जल्दी छुट्टी और कम खर्च मरीजों के लिए हर लिहाज से लाभदायक है। श्री कृष्णा मिशन हॉस्पिटल, ढोरिका रोड, बड़ेवन, निकट बरगदवा, 272001 बस्ती उ.प्र. सम्पर्क 09984288686 टोल फ्री नम्बर 18002128109


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