एक दूसरे पर जहर उगल रहे नेता
रायबरेली ब्यूरोः (आकाश अग्निहोत्री) रायबरेली में राजनीति का एक गन्दा रूप सामने आया, जिसमे दो बड़े राजनेताओं ने एक दूसरे पर कई गम्भीर आरोप लगाए। आरोप-प्रत्यारोप लगाना वैसे राजनीति की पुरानी रीति है। लेकिन इस स्तर की राजनीति और ऐसी सोच रखने वाले जनता की सेवा कहां करेंगे यह सोचनीय है। पूरा मामला इस प्रकार है।
आज कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन समारोह में शिरकत करने पहुचे थे, लेकिन न जाने किस बात पर एमएलसी के बोल बिगड़ गए और उन्होंने एक पर एक शब्दबाण वर्तमान ऊंचाहार विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज पांडेय पर चलाने शुरू कर दिए। दिनेश सिंह ने मनोज पांडेय पर तंज कसते हुए कहा कि जो विधायक सिपाही से तम्बाकू मांगकर खायेगा और नशा करेगा, तो सोचिए उसका राजनीतिक सफर कितने दिन चल सकता है। एमएलसी यही नही रुके और भी बहुत सी बातें मनोज को टारगेट करते हुए कही।
उन्होंने कार्यकर्ताओ को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि मैं चुनौती देता हूं उसके कहने से अगर सफाई कर्मी भी ट्रांसफर हो जाये तो फिर मैं मुँह नही दिखाऊंगा। इसके बाद जैसे ही यह वायरल हुआ तो मनोज पांडेय भी कहा पीछे रहने वाले उन्होंने फौरन उनके इन आरोपो और चुनौतियों को स्वीकार करते हुए दिनेश पर शब्दबाण चलाये। मनोज ने दिनेश को जवाब देते हुए कहा कि वह छुट्टा जानवर है जिसने तीन पार्टियों को चर लिया और अब चैथी पार्टी बीजेपी में शामिल हो उसे भी चरेगा। पांडेय ने कहा कि इस परिवार पर अपराधों की फेहरिस्त बहुत लंबी है।
मनोज ने कहा कि आपलोग स्वयं इस छुट्टा जानवर के मुकदमो को देख सकते है जिनकी विस्तृत जानकारी हरचंदपुर और महराजगंज में दर्ज है। इस परिवार पर साइकिल चोरी से लेकर कई मुकदमे दर्ज है और ये मुझे नसीहत दे रहे है। हरचंदपुर से दिनेश के भाई राकेश सिंह काँग्रेस् से विधायक है जिनका विवादों से पुराना नाता है और इन दिनों कांग्रेस उनके कृत्यों से नाराज भी है। मनोज ने शायराना अंदाज में कहा कि “जिनके घर शीशे के होते है वह दूसरे के घर पत्थर नही फेंकते“। फिलहाल इस तरह दो बड़े राजनेता जिन पर जनता जनार्दन ने विश्वास कर अपने उद्धार की उम्मीद किये है उनका तरह का रवैय्या जनता को नागवार गुजरा है।