किसानों ने रोका एक्सप्रेस हाईवे का चल रहा काम, तीन घंटे तक किया प्रर्दशन
भरुच, गुजरात (बीके पाण्डेय)। वासद से दहेगाम तक एक्सप्रेस हाईवे पर 120 किमी प्रति घंटे की गति से वाहनों का आवागमन एक ओर जहाँ शुरु हो गया है वहीं भरुच जिले के अंकलेश्वर व हांसोट तहसील में अधिग्रहीत की गई जमीन के मुआवजे को लेकर पहेली अभी भी उलझी हुई है। अंकलेश्वर तहसील के पुराने दीवा गांव में किसानों ने एक्सप्रेस हाईवे के चल रहे काम को रुकवा दिया।
इसके साथ ही नेशनल हाईवे व सरकार के खिलाफ विरोध प्रर्दशन किया। वलसाड,सूरत व नवसारी जिले के किसानों को दिए गए मुआवजे के बराबर ही रुपए देने की मांग भरुच जिले के किसान कर रहे हैं। नेशनल हाईवे अथारिटी द्रारा अधिकतर गांव का ऐवोर्ड जारी कर दिया है व मुआवजा का मामला कोर्ट में चल रहा है। जमीन का कब्जा नेशनल हाईवे अथारिटी के पास आ जाने से पुलिस बंदोबस्त के साथ एक्सप्रेस हाईवे का काम कराया जा रहा है। इस काम के दौरान किसानों के खेत की ज्यादा जगह भी हाईवे का काम करने वाले ठेकदार की ओर से ले लिये जाने के आरोप के साथ किसानों ने जूना दीवा गांव में हाईवे का काम कुछ समय के लिए रुकवा दिया।
विरोध प्रर्दशन में शामिल किसानों ने कहा कि हमारी जमीन में हाईवे बनाने का काम चालू कर दिया गया है मगर अभी तक मुआवजा नही दिया गया है। तय की गई जमीन के स्थान पर तीन फुट अंदर तक की जमीन को ले लिए जाने से रास्ते पर उतरकर आंदोलन करने की जरुरत आ गई। सरकार से हमारा निवेदन है कि किसानों को न्याय दिया जाये व गुजरात क दूसरा पंजाब बनने से रोका जाये। किसानों को सही मुआवजा दिया जाये।
गलत तरीके से ली जा रही जमीन
जूना दीवा गांव के किसान प्रजेश पटेल ने क हा कि एनएचएआई व हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी गलत तरीके से किसानों की जमीन ले रही है व किसानों को धाक धमकी प्रदान की जा रही है। लोकसभा चुनाव के समय ही जूना दीवा गांव के किसानों के साथ एजेंसियाँ खराब व्यवहार कर रही है। मुआवजे के मामले का हल जब तक नही होगा तब तक किसान आंदोलन करते रहेंगे।
बत्तीस गांव प्रभावित
बड़ोदरा, मुंबई एक्सप्रेस हाईवे में भरुच जिले के बत्तीस गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है मगर सही मुआवजा नही मिलने की बात को लेकर विवाद चल रहा है। किसानों के साथ चल रहे विवाद को देखते हुए पुलिस की हाजिरी में काम कराया जा रहा है।