रिज़र्ब बैंक को भी अपनी मुट्ठी में करना चाहती है मोदी सरकार
कोलकाताः भारतीय रिजर्व बैंक और केंद्र की मोदी सरकार के बीच जारी ’खींचतान’ जारी है। इसी बीच कांग्रेस ने नोटबंदी के दो साल पूरे होनें के मौके पर केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने कोलकाता में कहा कि केंद्र सरकार एक और संस्थान की स्वायत्तता से खिलावाड़ कर रही है।
मोदी सरकार राजकोषीय संकट से उबरने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को ‘अपनी मुठ्ठी में करने’ का प्रयास कर रही है। चिंदबरम ने आगाह किया कि इस तरह के प्रयासों के चलते ‘भारी मुसीबत’ खड़ी हो सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने केंद्रीय बैंक के निदेशक मंडल में अपने चहेतों को भर दिया है। सरकार का प्रयास है कि 19 सितंबर को होने वाली आरबीआई निदेशक मंडल की बैठक में उसके प्रस्ताव को मंजूर कर लिया जाए।
पूर्व वित्तमंत्री ने संवादाताओं से कहा, सरकार के सामने राजकोषीय घाटे का संकट खड़ हो गया है. वह इस चुनावी वर्ष में खर्च बढ़ाना चाहती है. सारे रास्ते बंद देखने के बाद हताशा में सरकार ने आरबीआई से उसके आरक्षित कोष से एक लाख करोड़ रुपये की मांग की है।