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मरने के बाद भी आईसीयू में पड़ा रहा वृद्ध, परिजनों ने किया हंगामा

Posted on: Thu, 28, Apr 2016 9:16 PM (IST)
मरने के बाद भी आईसीयू में पड़ा रहा वृद्ध, परिजनों ने किया हंगामा

कानपुर: कहते हैं कि डाक्टर धरती का भगवान होता है। लेकिन जब डाक्टर ही इतना बेरहम और लालची हो जाये तो उसे क्या कहा जाये। ताजा मामला कानपुर का है जहां अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गयी, शव आईसीयू में पड़ा रहा और डाक्टर तीमारदारों से पैसे लूटते रहे। मौत की खबर मिलने के बाद परिवार ने डाक्टरों पर यह आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर हंगामा शुरु कर दिया। जानकारी होने पर सर्किल थाने की फोर्स आॅन स्पट हुई। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने बवाल शांत कराया। खबर लिखे जाने तक अस्पताल प्रबधंन ने शव परिवार के सुपुर्द नहीं किया था।

बजरिया थाना क्षेत्र सीसामऊ के 62 वर्षीय अशोक कुमार एफसीआई से रिटायर्ड थे। परिवार में पत्नी शोभा चार बेटी दो बेटे है, उनकी दो बेटियों की शादी हो चुकी है। बेटे रजत के मुताबिक वृद्ध शुगर के रोगी थे, जिनका इलाज प्राइवेट डाक्टर से चल रहा था। 16 अप्रैल को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गयी। यहां देखकर घरवालों इलाज के लिए चांदनी नर्सिंग होम लेकर पहंुचे। जहां डाक्अर सी.के सिंह ने उनका चेकअप किया और भर्ती होने की बात कहीं। इस पर बेटे ने बिना कुछ सोचे समझे पिता को उनकी देखरेख में इलाज के लिए भर्ती करा दिया। बेटे ने बताया कि पता को दो दिन इलाज के बाद काफी राहत मिली और उन्हे अस्पताल से डिस्चार्ज कराने की बात डाक्टर से कही। इस पर डाक्टर ने कुछ दिन और ट्रीटमेंट व जांच कराने की बात कहकर मरीज को रोक लिया।

आरोप है कि बीतीशाम दो स्टाफ नर्स आयी और पिता को इंजेक्शन दिया। जिसके बाद उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गयी। इस पर डाक्टर ने उन्हे आईसीयू में भर्ती कर दिया। उनका इलाज आईसीयू इंचार्ज व अस्पताल की मालकिन डा. चांदनी कर रही थी। गुरुवार को कुछ रिश्तेदार हालचाल लेने के लिए अस्पताल पहंुचे। तब तक आईसीयू में भर्ती अशोक की मौत हो चुकी है। आईसीयू में मृतक का इलाज होने पर परिजन भड़क गये। डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगाम शुरु कर दिया।

यहीं नहीं सैकड़ों की संख्या पर लोग सड़क पर आ गये और डाक्टरों के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। बवाल की जानकारी होने पर ग्वालटोली, स्वरुपनगर, कर्नलगंज, बजरिया व कोहना थाने की पुलिस फोर्स मौके पर पहंुची। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद डाक्टरो पर कार्रवाई की बात कहकर बवाल शांत कराया।

मरीज की मौत के बाद अस्पताल में तीमारदारों का बवाल देखकर कर्मचारियों ने उनको हटाने के लिए फारम्यूलीन गैस का प्रयोग शुरु कर दिया। तीमारदारों ने अस्पताल के गेट व दीवार पर्र इंट पत्थर भी चलाये। भारी पुलिस फोर्स होने के चलते तीमारदार शांत हो गये।

शव को कब्जे में लिया

अस्पताल में मरीज की मौत हो जाने पर जहां तीमारदार हंगामा करने में जुटे हुए थे तो वहीं प्रबधंन ने आईसीयू में पड़े शव को कब्जे में ले लिया और अस्पताल की मच्र्यूरी मंे रखवा दिया। इधर शव को लेने के लिए परिवार ने पुलिस से मदद मांगी हैं, खबर लिखे जाने प्रबधन ने शव को परिवार के सुपुर्द नहीं किया था। मृतक की पत्नी शोभा ने यह कहा कि उन्हांेने अपने होश में दो बेटियों की शादी कर दी थी। लेकिन अब बची दो बेटियो व एक बेटे की शादी कैसे होगी। घटना उनके लिये मुसीबत का पहाड़ बनकर आयी है।




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