राम मंदिर भूमि पूजनः तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा प्रशासन
अयोध्या (प्रभाकर चौरसिया) राम मंदिर भूमिभूजन को लेकर अयोध्या में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे का कार्यक्रम को न केवल अंतिम रूप दे दिया गया है, बल्कि यह भी तय हो चुका है कि कार्यक्रम स्थल पर उनके साथ मंच कौन-कौन से गणमान्य व्यक्ति साझा करेंगे।
काशी विद्धत परिषद के महामंत्री प्रो राम नारायण द्विवेदी ने बताया कि शिलान्यास के समय नींव में प्रधानमंत्री सोने के शेषनाग, चांदी के कच्छप, चांदी के पांच बेलपत्र, सोने के वास्तुदेवता, सवा पाव चंदन और पंचरत्न डालेंगे। ये सब तैयार हो गए हैं. अब इन्हें बाबा विश्वनाथ को अर्पित कर प्रसाद के रूप में वे खुद इसे अयोध्या लेकर जाएंगे। सूत्रों की मानें तो भूमि भूजन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने वाले 5 नाम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का है. इनके अलावा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, और मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास शामिल होंगे।
कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए 200 मेहमानों को न्यौता भेजा गया है. मेहमानों की सूची मंदिर ट्रस्ट की तरफ से तैयार की गई है. महासचिव चंपत राय ने यह सूची प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को सुबह करीब 11.15 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. अयोध्या पहुंचने के बाद वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे। वे यहां करीब दो घंटे से अधिक समय तक रहने के बाद प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब दो बजे अयोध्या से रवाना हो जाएंगे। ट्रस्ट के सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट देने के लिए मंदिर ट्रस्ट ने दुर्लभ प्रतिमा का चयन किया है. मंदिर ट्रस्ट की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को लकड़ी से बनी दुर्लभ धनुषधारी राम की प्रतिमा भेंट की जाएगी. इस प्रतिमा के साथ, पीएम मोदी को करीब एक फुट की लव-कुश की प्रतिमा भी भेंट की जाएगी।