सिलीगुड़ी में लॉकडाउन बेअसर, आखिर क्या चाहती है ममता सरकार ?
सिलीगुड़ी, वेस्ट बंगाल (पवन शुक्ल) सिलीगुड़ी के 65 किमी उत्तर में पहाड़ी जिला कालिंगपोंग में 7 मामले कोरोना पॉजिटिव मिले, करीब 60 किमी की दूरी पर जलपाईगुड़ी में 4 कोरोना पॉजिटिव मामले है। इनके संपर्क में आने वाले करीब 5 दर्जन से अधिक लोग क्वारंटाईन में है। सबसे बडी बात ये है दोनों जिलों की मुख्य बाजार सिलीगुड़ी है।
बावजूद इसके सिलीगुड़ी की हांफती सड़कों पर लाकडाउन की धज्जियां उड़़ रही है। यहां केन्द्र व राज्य सरकार के लाकडाउन आदेश दम तोड़ रहे है। बताते चलें की सिलीगुड़ी के मुख्य सड़क हिलकट रोड का एयरव्यू चौक पर रिक्शा और टोटो आवागमन निर्वाध चल रहा है। इतना ही नहीं टोटो पर बैठने वालों को ना तो कोरोना का भय है ना ही शोशल डिस्टेंस से मतलब। रही बात गल्ला किराना मंडी की तो वहां भीडभाड तो है पर व्यापारी और सिलीगुड़ी मर्चेन्ट एशोसिएशन की शोशल डिस्टेंस पर कार्रवाई का पहल सराहनीय है।
बंगाल में आंकड़ा 100 के पार
सूबे में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में निरंतर ईजाफा हो रहा है जो कि शुक्रवार को सुबह 10 बजे तक 116 तक पहुंचा है जिसमें 16 ठीक हुए और 5 लोग कोरोना से जंग हार कर काल के गाल में समा चुके है। परंतु सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बंगाल में अभी तक एक भी तब्लीगी जमात के लोग शामिल नहीं है। मसलन कहीं न कहीं उन्हे चिन्हित करने में चूक हो रही है या फिर गंभीरता नही है।
कोरोना हाँटस्पाट बन सकता है बंगाल..?
सूबे में लाकडाउन की अवहेलना करना पूरे बंगाल पर भारी पड़ सकता है। आईसीएआर के अनुसार भारत कोरोना के तीसरे चरण में प्रवेश करने वाला है, पर राहत की बात यह है कि भारत में अभी तक सामुदायिक संक्रमण का खतरा नहीं है। लेकिन जानकार मानते है अगर लोग शोशल डिस्टेंस और लाक डाउंन का पालन ठीक से नहीं हुआ तो भारत तीसरे चरण यानि सामुदायिक संक्रमण के दायरे से अछूता नहीं रह सकता। इसलिए सरकार और जानकारों की अपील है घर में रहे, सुरक्षित रहें। साथ ही शोशल डिस्टेंस और लाकडाउन का पालन करें।