आम आदमी बना 5 डबल डेकर बसों का मालिक, RTO की करतूत
बस्ती। जिसके पास वाहन ही नहीं है उनसे जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव कार्य हेतु वाहन मांगे गये हैं। पत्र पहुंचने के बाद कटरा मूडघाट निवासी महेन्द्र श्रीवास्तव को जानकारी मिली के उनके नाम से 5 डबल डेकर स्लीपर बस चल रही है और वे उसके वाहन स्वामी भी है। महेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि 5 डबल डेकर स्लीपर बसों के सम्बन्ध में जानकारी मिलने पर उन्होने ए.आर.टी.ओ. प्रशासन और पुलिस अधीक्षक को मामले की लिखित जानकारी दिया।
उन्होने पूंछा कि आखिर 5 डबल डेकर स्लीपर बस का असली मालिक कौन है और विभाग में उनके नाम से वाहन पंजीकृत कैसे हो गये। कटरा मूडघाट निवासी महेन्द्र श्रीवास्तव ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि जालसाजां ने षड़यंत्र कर आर.टी.ओ. कार्यालय में उनके नाम से 5 डबल डेकर स्लीपर बस यूपी 51 ए.टी. 7660, यूपी 51 ए.टी. 7661, यूपी 51 ए.टी. 6641, यूपी 51 ए.टी. 7061, यूपी 51 ए.टी. 7370,पंजीकृत करा दिया। विभाग से कोई जानकारी भी नहीं दी जा रही है। उनका कहना है कि जिस वाहन के वे स्वामी ही नहीं है उसे वे चुनाव कार्य के लिये कैसे पहुंचा दें।
उन्होने प्रशासन से मांग किया है कि असली वाहन मालिक की खोजकर सही पते पर पत्र देने के साथ ही दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाय। आर.टी.ओ. कार्यालय में दलालों की मदद से आये दिन इस प्रकार के कार्य हो रहे हैं और विभाग अपनी चूक पर जबाब देने तक को तैयार नहीं है। आपको बता दें आरटीओ दफ्तर में अधिकारी से लेकर सहयाक तक दलालों और पत्रकारों के नेटवर्क का हिस्सा बन गये हैं। किसी को हफ्ता देकर, किसी को हेलमेट देकर तो किसी की चाय समोसे से जुबान बंद की जा रही है। पूरा महकमा भ्रष्टाचार की चपेट में है लेकि तेज तर्राक जिलाधिकारी भी बेबस नजर आ रहे हैं।