नजर नही हटती अरबी कलाकृतियों से
दुबई: (मजहर हुसेन) दुनिया की मशहूर इमारतों में से एक है यूनाइटेड अरब इमारात की शान शैख जायद मस्जिद। जिसे अबुदहबी के बादशाह सुल्तान शैख जायद अल नहयान की याद में बनवाया गया है। दुनिया भर से हजारो की संख्या में पर्यटक इस मस्जिद को देखने आते है। मस्जिद शैख जायद अरबी कलाकृति का एक बेहतरीन नमूना है।अबू दहबी के तत्कालीन बादशहा सुल्तान शैख जायद अल नहायान ने बिखरी हुयी सल्तनतों दुबई, शारजाह, उम्मल क्वीन, अलैन, रासल खैमह, अजमान आदि से वार्ता कर काफी मशक्कत के बाद एक साथ मिलकर रहने पर राजी कर यूनाइटेड अरब इमारात की नीव डाली और आज इस मुल्क को यूनाइटेड अरब इमारात के नाम से जाना जाता है।
सुल्तान शैख जायद अल नहयान की मौत के बाद उनकी याद में यूएई हुकूमत नें शैख जायद मस्जिद का निर्माण कराया। मस्जिद की खूबसूरती देखने लायक है मस्जिद के फर्श से लेकर छत तक यहाँ तक की दीवारो को भी अरबी कलाकृति से पिरोया गया है, मस्जिद के बरामदों की खूबसूरती का भी खास ध्यान दिया गया है बरामदों के खूबसूरत पायो पर सोने की बनी पत्तियो से सजाया गया है जो देखते ही बनती है, मस्जिद के मेन गेट पर पानी के हौज से टकराती लाइटे मस्जिद की मीनारों और गुबंदो पर उकेरती पानी की लहरो की परछाई मन मोह लेती है। सच अरबी कलाकृति का बेहतरीन नमूना शायद ही कही देखने को मिले।
मस्जिद के अंदर के कुछ हिस्से पर्यटको के लिए खोले गए है। अंदरुनी हिस्से की सजावट तो देखते ही बनती है हाल में लगे झूमर की खूबसूरती देख दिल नजरे हटाने को नहीं कहता। शाम के वक्त का मंजर और अंदरुनी हिस्से की खूबसूरती दीवाना बना देती है। ,मस्जिद के एक एक हिस्से को बहुत खूबसूरती से सजाया गया है जिस हिस्से पर नजर पड़ती है जुबां से तारीफ के फूल ही गिरते है। मस्जिद में घूमने आये फरीदुल हसन और शिराजी अशरफ कहते है कि हम तो कितनी बार यहाँ आ चुके है पर इसकी खूबसूरती बार बार अपनी तरफ खींचती है। यहाँ आकर जो सुकून मिलता है। यूएई में शायद ही कोई मिले जो आपका यूएई आया और शैख जायद मस्जिद न देखे। ये मस्जिद हर जाति धर्म, मजहब के लोगो के लिए खुली है किसकी के लिए कोई पाबन्दी नहीं है।