कोरोना का खौफः यात्रियों की राह देखते रहे चालक, परिचालक
गाजियाबाद, उ.प्र. (अनिल कुमार श्रीवास्तव) केंद्र सरकार की ओर से एक जून से लॉकडाउन में ढील दिए जाने के निर्देशों के बाद राज्य सरकार ने अनलॉक-1 के पहले चरण की नई गाइड लाइन जारी कर दी। इसके तहत परिवहन सेवाएं भी शुरू कर दी गई। मीडिया दस्तक की टीम गाजियाबाद के खुले मार्केट की पड़ताल करते बस स्टैंड गाजियाबाद डिपो पर पहुंची जहां डिपो की बसें चलने को तैयार खड़ी थी।
बस चालक व परिचालक वर्दी में ड्यूटी पर बसों के संचालन में सक्रिय थे। सेनिटाइजर की ब्यवस्था डिपो स्टैंड पर थी, परिचालक को हैण्ड सेनिटाइजर साथ रखने को हिदायत दी गई है। बस में यात्रा के दौरान यात्री के हाथ सेनिटाइज कराने के पश्चात ही बस में बैठाने होंगें, डिपो में स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ भी हैं जो यात्री को स्क्रेनिग टेस्ट भी कर रहे हैं। स्वस्थ पाये जाने वाले यात्री ही बस में यात्रा कर पाएंगे। डिपो में मेरठ और बुलंदशहर के लिए आज बसे तैयार थीं।
जाने वाली बस को सेनिटाइज किया गया। परन्तु यात्रा करने वाले यात्री डिपो में नहीं थे, दो चार यात्री मात्र डिपो में बुलंदशहर के लिए पाये गये। माना जा रहा है कि कोरोना के भय से यात्री घर से बाहर निकलना मुसीबत ही समझ रहे हैं। वहीं शहर में दुकाने ऑटो यातायात खुल जाने से सड़कों पर जाम की स्तिथि पैदा होने लगी। शोसल डिस्टेंस का पालन होना बड़ा मुश्किल दिख रहा है। आमजन का कहना है कि सरकार ने बसों और ट्रेनों को चलाने का आदेश तो दे दिया लेकिन यात्रियों के भीतर कोरोना का खौफ है, यही कारण है कि लोग बेहद जरूरी यात्रा ही करना चाहते हैं।