गोरखपुर : पुलिस कस्टडी में टीचर की मौत
गोरखपुर, उ.प्र.। बुधवार रात छेड़खानी के आरोपी शिक्षक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। पुलिस का कहना है कि रात में तबीयत खराब हुई। अचानक उल्टियां होने लगी। आनन-फानन में अस्पताल ले गए जहां उनकी मौत हो गई। जबकि स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर का कहना है कि अस्पताल आने से पहले शिक्षक की मौत हो गई थी।
घटना के बाद परिजनों ने बुधवार रात गोला के चंद चौराहे पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। देर रात करीब ढाई बजे आईजी और एसपी समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। काफी देर समझाने के बाद सुबह 4 बजे के आसपास जाम खुलवाया। गोला के बाढ़ा बुजुर्ग के रहने वाले चंद्रप्रकाश पांडेय और कृष्ण कुमार पांडेय राजीव गांधी इंटर कॉलेज के प्रबंधक हैं। गांव के ही एक परिवार से इनका विवाद चलता है। प्रबंधक के भाई विनय कुमार पांडेय उर्फ दीपक (42) पर उसी परिवार की एक बच्ची ने छेड़खानी का आरोप लगाया। लड़की के परिजनों ने शाम 5 बजे डायल-112 पर सूचना दी।
पुलिस आरोपी को पूछताछ के लिए लेकर थाने पर आई थी। भाई चंद्रप्रकाश का कहना है कि जब पुलिस आई उस समय विनय अपने ब्लड प्रेशर की दवा लेने माल्हनपार चौराहे पर गया था। 7 बजे भाई आया तो पुलिस उसे अपने वाहन में बैठाकर थाने ले जाने लगी। केशवापार चौराहे पर उसे उल्टी होने लगी तो डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा, लेकिन वे लोग नहीं माने और थाने लाकर उसे अंदर बैठा दिया। एसएचओ गोला ने कहा कि पहले मुकदमा होगा तब जाकर और कुछ होगा। थाने पर तबियत बिगड़ने पर पुलिस ने ना तो एंबुलेंस बुलाने दिया, ना ही अपनी किसी गाड़ी से उन्हें अस्पताल भेजा। छेड़खानी का आरोप लगाने वाली लड़की के परिवार से उनका पुराना विवाद चल रहा है। उन्होंने मेरे भाई पर गलत आरोप लगाए हैं।