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प्रबंधक पुत्र के अत्याचार के विरूद्ध एकजुट हुये शिक्षक, जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन

Posted on: Tue, 05, Sep 2023 9:36 AM (IST)
प्रबंधक पुत्र के अत्याचार के विरूद्ध एकजुट हुये शिक्षक, जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन

संतकबीर नगर, उ.प्र. 04 सितम्बर। चयन वेतनमान ना दिए जाने, वरिष्ठता को दरकिनार कर प्रधानाचार्य का पदभार दिए जाने व प्रबंधक पुत्र द्वारा शिक्षकों का उत्पीड़न किए जाने के विरोध में राष्ट्रीय इण्टर न कालेज पारसनगर के शिक्षको ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। शिक्षकों के समर्थन में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री संजय द्विवेदी, जिलाध्यक्ष महेश राम सहित अनेक पदाधिकारी भी धरने पर बैठे।

धरनारत शिक्षकों ने जिला अधिकारी महेंद्र सिंह तंवर व जिला विद्यालय निरीक्षक संदीप चौधरी को ज्ञापन सौंपा। धरने पर बैठे शिक्षक जितेन्द्र कुमार, मो० आलम अंसारी, श्याम करण भारती व मूलचन्द कुमार ने बताया कि प्रबंधक पुत्र के अत्याचार से नौकरी करना मुश्किल हो गया है। प्रायः विद्यालय पर आकर अपमान जनक व्यवहार करके धमकाते है। उनके लिए नियम कानून कोई मायने नही रखता। रसूख वाला होने के नाते विभागीय अधिकारी भी कोई कार्रवाई नही करते हैं। हम सब का सम्मान से जीना मुश्किल हो गया है।

शिक्षकों ने बताया कि एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बावजूद हम शिक्षकों पर मिथ्या आरोप लगाकर चयन वेतनमान नही दिया जा रहा है। प्रधानाचार्य का पदभार इण्टरमीडिएट एजुकेशन एक्ट में निहित प्राविधानों के अनुसार संस्था के वरिष्ठतम शिक्षक को नही दी जा रही है। वरिष्ठता के अनुसार उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग से चयनित प्रवक्ता पिकुल भारद्वाज प्रथम व श्याम करण भारती दूसरे स्थान पर हैं, जिनकी नियुक्ति क्रमशः 11जून 2006 व 1अगस्त 2012 को की गई थी, किंतु इन दोनों वरिष्ठ शिक्षकों को दरकिनार कर तृतीय स्थान के कनिष्ठ प्रवक्ता मनोज कुमार मिश्रा को प्रधानाचार्य का पदभार देकर अनियमित वेतन भुगतान किया जा रहा है।

प्रकरण को लेकर संयुक्त शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक से अनेक बार की गई किंतु उनके स्तर से भी कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं की गई। शिक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि मेरे ऊपर प्राण घातक हमला प्रबंधक पुत्र के द्वारा दिनांक 8 सितंबर 2017 को कराया गया था, किंतु रसूख के चलते पुलिस विवेचना में बच गए। मामला न्यायालय में अंडर ट्रायल है। उनके द्वारा निरंतर मुकदमा उठाए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। मुकदमा न उठाए जाने से नाराज होने के नाते तरह-तरह के मिथ्या आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। इस दौरान रंजीत सिंह, पुनीत कुमार त्रिपाठी, विंध्याचल सिंह, जय प्रकाश गौतम, मनीराम वर्मा, विवेकानंद यादव, विजय यादव, सुरेश कुमार विद, अभिषेक मिस्र ,तारकेश्वर सिंह, कामेंद्र सिंह, मो आफताब आलम अंसारी, सुरेंद्र नाथ, कमरे आलम, अरशद जलाल आदि उपस्थित थे।

निर्णय लें जिलाधिकारी व डीआईओएस

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री संजय द्विवेदी व जिलाध्यक्ष महेश राम ने कहा है कि प्रबंधक पुत्र अत्याचार की पराकाष्ठा पार कर गए हैं। प्रकरण में जिलाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक को तुरंत हस्तक्षेप कर शिक्षक हित में आवश्यक निर्णय लेना होगा, अन्यथा विद्यालय में कभी भी कोई अनहोनी घटना घट सकती है, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। हम अत्याचार के विरोध में चुप नही बैठेंगे।




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