बिहार में जहरीली शराब पीकर मरने वालों का आंकड़ा 67 पहुंचा, नीतीश का मुआवजे से इनकार
बिहार डेस्कः (आरके साहू) छपरा में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। चौथे दिन शनिवार को भी सुबह-सुबह 5 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसुआपुर से शुरू हुए मौत का आंकड़ा मसरख, मढ़ौरा, तरैया, अमनौर सहित बनियापुर से भी सामने आने लगा है। अभी तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। छपरा सदर अस्पताल सहित निजी क्लिनिक में लोगों का इलाज जारी है।
सभी मृतकों का लक्षण एक ही समान सामने आ रहा है। मंगलवार से शुरू हुआ मौतों का आंकड़ा बढ़ते समय के साथ लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की रात 5 लोगों की मौत हो गई। बुधवार की शाम तक बढ़ते हुए संख्या 27 हो गई। गुरुवार की सुबह फिर बढ़ते हुए मृतकों की संख्या 49 पहुंच गई। शुक्रवार की सुबह मृतकों की संख्या 52 हो गई और शाम होते-होते संख्या बढ़कर 62 हो गई है। शनिवार सुबह-सुबह 5 और लोगों ने दम तोड़ दिया। मौत का आंकड़ा 67 हो गया है।
बताया जा रहा है कि तहरीली शराब पीने से लोगों की तबियत बिगड़ने लगी, लेकिन मरीजों को अस्पताल नही ले जाया गया। दरबसल बिहार में पहली बार शराब पीने पर 2 से 5 हजार रूपये का जुर्माना लगता है और इसके बाद शराब पीने पर जेल भेजा जाता है। बस इसी डर से लोग कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिये घरेलू इलाज करते गये और किसी को जानकारी नहीं दी वरना मौतों का आंकड़ा इतना भयावह न होता। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि शराब पीकर मरने वालों को राज्य सरकार मुआवजा नही देगी। वे अपनी मौत के जिम्मेदार खुद हैं।