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Uttar pradesh

फरार फर्जी शिक्षकों पर 25 हजार का इनाम

Posted on: Fri, 01, Oct 2021 10:14 PM (IST)
फरार फर्जी शिक्षकों पर 25 हजार का इनाम

देवरिया, ब्यूरो (ओ पी श्रीवास्तव) उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का जो मामला सिद्धार्थनगर से शुरू हुआ था उसकी अब तपिश धीरे धीरे तेज़ और गम्भीर होती जा रही है। इस मामले में जांच के क्रम में देवरिया जिले में समय समय पर फर्जी अध्यापक पकड़े गए और इन पर एफआईआर दर्ज हुए। कई फर्जी अध्यापकों पर तो वसूली की कार्यवाही भी शुरू करा दी गई।

परन्तु ताजा मामले में इस संबंध में शुक्रवार को देर रात पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र द्वारा फरार चल रहे, बेसिक शिक्षा विभाग के इन शिक्षकों पर 25000-25000 रुपए के पुरस्कार की घोषणा कर दीगई है। उल्लेखनीय है कि देवरिया में फर्जी अध्यापकों की नियुक्ति के मामले में दिनांक 09 जुलाई को एसटीएफ ने कृषक लघु माध्यमिक विद्यालय मदरसन एवं सहदेव पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाबू बभनी के फर्जी शिक्षकों तथा बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और वित्त एवं लेखाधिकारी सहित 17 लोगों के खिलाफ धारा 409, 413, 419, 420, 467, 468, 471, 474 और 120 बी के अंतर्गत केस दर्ज कराया था।

इस मामले में एसटीएफ ने तीन शिक्षक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस को सौंपा था। परन्तु बाकी बचे राघवेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव जो कृषक लघु माध्यमिक विद्यालय मदरसन में अध्यापक के रूप में फर्जी तरीके से नियोजित थे तथा विनय कुमार, कुमारी अंजना सुरेंद्र यादव जगदीश यादव विमला यादव नीतू रस्तोगी श्वेता मिश्रा और रंजना कुमारी जो सहदेव पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाबू बभनी फर्जी तरीके से नियोजित थे और काफी दिनों से पुलिस की पकड़ से बाहर थे पर ऑपरेशन हंट के अंतर्गत 25000-25000 रुपए के पुरस्कार की घोषणा कर दी गई।

इस संबंध में यह भी बताया जाता है कि डिस्पैच रजिस्टर सालों से गायब था। एसआईटी के मांगने पर भी जब डिस्पैच रजिस्टर नहीं मिला तब आनन फानन में हुआ था एफआईआर। इस प्रकरण में ही ओ सिटी श्रीएस त्रिपाठी के नेतृत्व में एसआईटी का गठत किया गया। 15 सदस्यों की एसआईटी ने जांच आगे बढ़ाया और पूर्व बीएसए के अनुमोदन पत्र के डिस्पैच रजिस्टर की मांग किया।

एसआईटी के मांगने पर विभाग ने डिस्पैच रजिस्टर को खोजना शुरु किया। जिसमें एक अप्रैल 1984 से पहले, एक अप्रैल 1987 से 13 मार्च 1989 और वर्ष 2011-12 का डिस्पैच चोरी होने की जानकारी मिली। आनन-फानन में बी एस ए कार्यालय की ओर से वरिष्ठ खंड शिक्षाधिकारी ने सदर कोतवाली में चोरी का मुकदमा दर्ज कराया। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर श्रीपति मिश्र ने बताया कि पूरे जिले में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत उपरोक्त कार्रवाई की गई है।




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