योग प्रकृति का वरदान है-सानन्द सिंह
गाजीपुर व्यूरो (विकास राय) विश्व योग दिवस के अवसर पर सत्यदेव ग्रूप्स आफ कालेजेज गाधीपुरम बोरसिया गाजीपुर के प्रबन्ध निदेशक डा सानन्द सिंह ने कहा की आज की इस भागदौड़ भरी जीवनशैली में योग प्रकृति का वरदान है। एक ऐसी क्रिया जिसके द्वारा मनुष्य सुकून की चरम सीमा को पा सकता है।
एक ऐसी क्रिया जिससे तनाव भरे इस जीवन में अपने मस्तिष्क को राहत दे सकता है। आज के इस युग में जब हमारे पास अपने लिये भी समय नहीं है। प्रदूषण जैसे ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण आदि ने मानव जीवन को दूभर कर दिया है आये दिन नई-नई बिमारियां सामने आ रही है. ऐसे में योग ही एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने जीवन में इन समस्याओं से काफी हद तक निजात पा सकते हैं।
आज विज्ञान ने भी इसे प्रमाणित किया है की योग मुद्रा, ध्यान और योग में श्वसन की विशेष क्रियाओं द्वारा ना सिर्फ तनाव से राहत मिलती है बल्कि योग मन को विभिन्न विषयों से हटाकर स्थिरता प्रदान करता है और कार्य विशेष में मन को स्थिर करने में सहायक होता है. इतना ही नहीं आज योग के द्वारा कई असाध्य रोगों को भी दूर किया जा सकता है. योग की इसी खूबी के कारण आज पूरा विश्व 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाता है. जिससे योग के फायदों के बारे में पूरे विश्व को परिचित कराया जा सके।
डा सानन्द सिंह ने कहा की मनुष्य की यह स्वाभाविक कमजोरी है कि किसी चीज़ की ओर तभी आकर्षित होते हैं जब उनसे हमें लाभ मिलता है. जिस तरह से योग के प्रति हमलोग आकर्षित हो रहे हैं वह इस बात का संकेत हैं कि योग के कई फायदे हैं. योग को न केवल हमारे शरीर को बल्कि मन और आत्मिक बल को सुदृढ़ और संतुष्टि प्रदान करता है. दैनिक जीवन में भी योग के कई फायदे हैं।