विवाह भी पूजा और भक्ति का एक हिस्सा हैः मौलाना जरजीस
मऊ (सईदुज़्ज़फर) भगवान ने दुनिया में इंसान को अपनी भक्ति के लिए भेजा है, सिर्फ नमाज़ रोज़ा ही भक्ति नहीं है, हलाल रोज़ी रोटी कमाना भी भक्ति (इबादत) का ही हिस्सा है, लेकिन हमने इबादत को सीमित कर दिया है इसलिए हम इबादत को सही से नहीं समझ पा रहे हैं ये।
बातें आज मऊ शहर के खेदूपुरा स्थित अंसार ग्राउंड में लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना जरजीस अंसारी ने कहीं आगे उन्होंने कहा कि विवाह भी पूजा और भक्ति का ही एक हिस्सा है। क्योंकि इंसान विवाह कर के अपनी इच्छाओं को पूरा करते हैं और बलात्कार जैसी घटनाओं को रोकते हैं, भूखे पड़ोसी को खाना खिलाना भी इबादत का हिस्सा है। इबादत के लिए नियत सही होनी चाहिए। नियत अच्छी नहीं होगी तो इबादत उसके मुँह पर मार दी जाएगी उसका पुण्य उसे नहीं मिलेगा। उन्होंने हदीस सुनाते हुए कहा कि कत्ल करने वाला और कातिल दोनों नरक में जाएंगे।
गुस्से के सम्बन्ध में उन्होंने अल्लाह के रसूल मोहम्मद साहब का जिक्र करते हुए कहा कि अल्लाह के नबी ने कहा है कि सबसे बड़ा पहलवान वह है जो अपने गुस्से पर काबू कर ले। आगे उन्होंने 8 साल की बच्ची के साथ हुए रेप का ज़िक्र करते हुए कहा कि आसिफा के साथ हुयी इस दर्दनाक घटना से संयुक्त राष्ट्र संघ तक रो दिया लेकिन भारत के चौकीदार की आंखें नम नहीं हुयीं, हम कैसे समाज में जी रहे हैं, हमारा समाज मुर्दा हो चुका है, ऐसे मामले को भी हिन्दू मुस्लिम रुप में देखा जा रहा है, कितनी शर्म की बात है। इस अवसर पर मौलाना हफीजुर्रहमान असरी, मौलाना इम्तिय़ाज़ आदि ने भी सम्बोधित किया साथ ही साथ बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।